मिली जानकारी के अनुसार मेडिकल कॉलेज के वॉयरोलॉजी लैब में अब तक करीब 15 हजार 503 सैंपल की जांच कर चुके हैं। इसमें 10 पॉजीटिव आया। एम्स में कोरोना जांच का लोड बढऩे पर अब दुर्ग संभाग का सैंपल जांच के लिए डिमरापाल मेडिकल कॉलेज भेजा जा रहा है। ऐसे में दुर्ग संभाग से बुधवार को करीब 70- 50 सैंपल जांच के लिए भेजा गया। वहीं पूरे प्रदेश में सिर्फ तीन जगह पर ही कोरोना जांच हो रही है। इस वजह से यहां पर भी जांच का लोड बढ़ता जा रहा है। गौरतलब है कि मेडिकल कॉलेज में आरटीपीसीआर जांच के लिए दो मशीन हैं। जिसे अल्टरनेट तीन शिफ्ट में उपयोग किया जा रहा है। एक शिफ्ट में करीब 120 सैंपल की जांच की जा रही है।
इस वजह से जांच में हो रही देरी
आरटीपीसीआर जांच मशीन में एक बार में सिर्फ 12 सैंपल की जांच की जा सकती है। एक बार सैंपल जांच के लिए लगाने के बाद रिपोर्ट आने में करीब 6 घंटे लगते हैं। ऐसे में अधिक से अधिक सैंपल की जांच करने के लिए 10 सैंपल को मिला कर एक सैंपल बनाया जाता है। फिर उसे जांच के लिए आरटीपीसीआर मशीन में लगाते है। ऐसे में एक बार में करीब 120 सैंपल की जांच हो जाती है। यदि इसमें किसी भी एक सैंपल का रिपोर्ट पॉजीटिव आता हैए तो फिर उन 10 सैंपल का फिर से अलग.अलग जांच किया जाता है। इस वजह से यहां पर जांच में देरी हो रही है और पेंडिंग सैंपल की संख्या बढ़ रही है।