एमपीएम हॉस्पिटल में 55 मरीज और करीब 100 स्टाफ फंसे हुए हैं। वहीं मरीजों के साथ उनके परिजन भी हॉस्पिटल के अंदर हैं। इस तरह से करीब 165 लोग अभी वहां पर फंसे हुए है। मंगलवार को एमपीएम हॉस्पिटल से करीब 60 लोगों का सैंपल लिया गया था। वहीं मरीजों के हंगामें के बाद बुधवार देर शाम तक बचे हुए अन्य लोगों का भी सैंपल लिया गया। सैंपल लेने के बाद जांच के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। गौरतलब है कि यहां पर फंसे हुए स्टाफ, मरीज व परिजन का सैंपल निगेटिव आने के बाद उन्हें घर भेजा जाएगा या फिर क्वारेंटाइन सेंटर। इस मामले को लेकर अब तक जिला प्रशासन ने कोई स्पष्ट आदेश जारी नहीं किया है।
डिस्चार्ज के बाद भी घर नहीं जा पाए मरीज
एमपीएम हॉस्पिटल जिन मरीजों को इलाज के बाद डिस्चार्ज दे दिया गया है वे भी अपने घर नहीं जा पाए। दरअसल कंटेंन्मेंट जोन घोषित होने के बाद मरीज और उनके परिजन यहीं पर फंसे हुए है। एमपीएम हॉस्पिटल प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार करीब चार से पांच मरीजों को डिस्चार्ज दिया गया है जो अभी यहां पर फंसे हुए हैं। इनके लिए जिला प्रशासन ने भोजन की व्यवस्था की है।