उक्त शिकायत पर कलक्टर धनंजय देवांगन ने जिला पंचायत सीईओ रीतेश अग्रवाल को मामले की जांच करने के निर्देश दिया था। इस बात से बौखलाए कोटियागुड़ा गांव के सरपंच ने ललीता मण्डावी को देखलेने की धमकी दी है। जिसके बाद वह अपनी जान की सलामती के लिए एसपी आरिफ शेख से निवेदन करने पहुंची थी। जहां से उसे संबंधित लोहण्डीगुड़ा थाने में शिकायत दर्ज करने की सलाह दी गई है।
ललीता के शिकायत पत्र में शौचालय निर्माण के अलावा अन्य निर्माण कार्यों में भी लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया है। जिनके अधूरा निर्माण के चलते यह ग्रामीणों के लिए उपयोगी नहीं है। इन सभी कार्यो की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।