जगदलपुरPublished: Feb 07, 2023 07:49:31 pm
Shiv Singh
पुरी पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य श्री निश्चलानंद सरस्वती जी के बस्तर आगमन पर नगर में आत्मीय स्वागत किया गया। देर शाम को जगतगुरु शंकराचार्य श्री निश्चलानंद सरस्वती ओड़िसा के जयपुर से सड़क मार्ग से होते हुए बस्तर पहुंचे। उनका स्वागत विभिन्न समाज के लोगों के द्वारा नगर के अलग-अलग जगहों किया गया। नगर को भगवा झंडे से सजाया गया था।
जगदलपुर। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत (RSS chief Mohan Bhagwat )के वर्ण व्यवस्था पर दिए बयान पर राजनीति के बाद अब धर्मसभा में मामला उठ रहा है। जगदलपुर लालबाग मैदान में पत्रकार वार्ता के दौरान गोवर्धनमठ पुरी पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने मोहन भागवत के वर्ण व्यवस्था वाले बयान पर कहा कि बिना जानकारी के उपहास के पात्र ना बनें। आरएसएस का कोई धर्म ग्रंथ नहीं है।
Dhirendra Krishna Shastri issue : गोवर्धनमठ पुरी पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि सभी के पूर्वज सनातनी हिन्दू ब्राह्मण ही थे। प्रथम ब्राह्मण का नाम ब्राह्मा जी है। शास्त्रों का अध्यनन करें। विश्व में जितनी विज्ञान-कला है। सबको उत्भाषित करने वाले ब्राह्मण ही हैं। शिक्षा, रक्षा और सेवा के प्रकल्प सदा संतुलित रहें। इसके लिए सनातन व्यवस्था को नहीं मानेगें तो कौन सी व्यवस्था होगी। आरएसएस के पास अपना ना कोई ग्रंथ है, ना ही ग्रंथ का ज्ञान। वर्ण व्यवस्था पंडितों ने बनाई है, मूर्खों ने तो नहीं बनाई। आज भी विश्व में अर्थ की गुत्थी सुलझाने के लिए भारत के ब्राह्मणों के पास ही आते हैं।