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यहां फेल पटवारी कर रहे सरकारी नौकरी, वहीं उत्तीर्ण पटवारी लगा रहे अपनी पदस्थापना के लिए गुहार, जानिए मामला

locationजगदलपुरPublished: Sep 18, 2019 02:26:57 pm

Submitted by:

Badal Dewangan

प्रदेश में रिक्त पटवारियों के पदों पर भर्ती के लिए व्यापम (VYAPAM) द्वारा 8 जनवरी 2017 को परीक्षा (Patwari Exam) आयोजित की गई थी। इसमें नारायणपुर जिले में रिक्त 34 पदों को शामिल किया गया था।
 
 

यहां फेल पटवारी कर रहे सरकारी नौकरी, वहीं उत्तीर्ण पटवारी लगा रहे अपनी पदस्थापना के लिए गुहार, जानिए मामला

यहां फेल पटवारी कर रहे सरकारी नौकरी, वहीं उत्तीर्ण पटवारी लगा रहे अपनी पदस्थापना के लिए गुहार, जानिए मामला

नारायणपुर. जिले में अनुउत्र्तीण पटवारियों को नौकरी में रखकर जिला प्रशासन शासकिय कार्य करवा रहा है। वही उत्तीर्ण पटवारियों को पदस्थापना देने के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। उत्तीर्ण पटवारी नियमों को संज्ञान में लेकर पदस्थापना के लिए कलक्टर को गुहार लगा रहे है। वहीं कलक्टर उत्तीर्ण पटवारियों को शासन की नियमावली को हवाला देकर राज्य सरकार द्वारा नए पदों की स्वीकृति के बाद पदस्थापना देने की बात कह रहे है। इससे प्रशिक्षण परीक्षा उत्तीर्ण हुए पटवारियों में असमजस्य की स्थिति बनी होने के कारण पदस्थापना के लिए दर-दर भटकने के लिए मजबूर होना पड रहा है। इसके बावजूद इस पर किसी का ध्यान नहीं जाना समझ से परे है।

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प्रदेश में रिक्त पटवारियों के पदों पर भर्ती के लिए व्यापम द्वारा 8 जनवरी 2017 को परीक्षा आयोजित की गई थी। इसमें नारायणपुर जिले में रिक्त 34 पदों को शामिल किया गया था। इस परीक्षा में जिले के अभ्यर्थियो ंने हिस्सा लिया था। इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद 32 अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण के लिए जगदलपुर भेजा गया था। इसमें 1 सितम्बर 2018 से 31 अगस्त 2018 तक करीब 1 साल का प्रशिक्षण पूर्ण होने के बाद पटवारियों के लिए एक परीक्षा आयोजित की गई थी। इस परीक्षा का परीणाम आने के पहले ही शासन ने एक आदेश जारी कर प्रशिक्षण प्राप्त कर चूकें पटवारियों को 6 माह के लिए अस्थाई पदस्थापना देने का आदेश जिला प्रशासन को दिया था। इस आदेशों का पालन करते हुए जिला प्रशासन ने 7 फरवरी को सूची जारी कर 21 पटवारियों की 6 माह के लिए अस्थाई पदस्थापना जिले के अलग-अलग हल्का में कर आदेश जारी कर दिया था। इस आदेश के मिलने पर 21 पटवरियों अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया था। लेकिन 1 माह बाद जिला प्रशासन ने पटवारियों के पदस्थापना की दूसरी सूची जारी कर दी थी। इसमें पहले की सूची में शामिल 6 पटवारियों का नाम विलोपित कर इनकी जगह 6 महिला पटवारियों का नाम शामिल किया गया था। इस तरह जिला प्रशासन बिना कोई सुचना के पहली सूची निरस्त किए बिना दूसरी सुची जारी करना कई सवालों को जन्म देते नजर आ रही है। जिला प्रषासन ने पहली सूची जारी कर 21 पटवारियों को पदस्थापना आदेश देकर इन पटवारियों से 1 माह तक शासकिय कार्य करवाने के बाद फिर से दूसरी सूची जारी कर देना जिला प्रशासन की घोर उदासीन कार्यप्रणाली को उजागर करते नजर आ रहा है।

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अन्य जिलों में अनुउत्तीर्ण पटवारियों की सेवा समाप्त
पटवारी प्रशिक्षण परीक्षा में उत्र्तीर्ण होने के बाद पदस्थापना के लिए कलक्टर को गुहार लगा रहे पटवारियों को कहना है कि शासन के शर्ता के अनुसार पटवारी प्रशिक्षण परीक्षा में अनुउत्तीर्ण हो जाने की दशा में उसकी सेवा समाप्त कर प्रतीक्षारत उत्तीर्ण अथ्यर्थियों की नियुक्ति की जा सकेगी। इस शर्त के अनुसार बस्तर, कांकेर, बीजापुर सहित अन्य जिलों में अनुउत्तीर्ण पटवारियों की सेवा समाप्त कर इनकी जगह प्रतीक्षारत उत्तीर्ण पटवारियों की नियुक्ति की गई है। इसी के चलते जिले में उत्तीर्ण पटवारी कलक्टर को अनुउत्तीर्ण पटवारियों की सेवा समाप्त कर इनकी जगह उत्तीर्ण पटवारी की नियुक्ति करने की मांग कर रहे है। लेकिन कलक्टर पीएस एल्मा ने उत्तीर्ण पटवारियों राजस्व एंव
आपदा प्रबंधन विभाग से 28 अगस्त 2015 को जारी आदेश का हवाला देकर नए पदों की स्वीकृति के बाद ही पदस्थापना देने की बात कर
रहे है।

10 पटवारी मात्र हो पाए पास
व्यापम द्वारा आयोजित परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद 32 पटवारियों को 1 साल के प्रशिक्षण के लिए जगदलपुर में भेजा गया था। इस प्रशिक्षण के बाद जनवरी 2019 को एक परीक्षा आयोजित हुई थी। इस परीक्षा में 32 पटवारी शामिल हुए थे। इस परीक्षा का परीणाम आने के पूर्व शासन ने प्रशिक्षण प्राप्त कर चूकें पटवारियों को 6 माह के लिए अस्थाई पदस्थापना देने का आदेश दिया था। इस आदेश की शर्त नम्बर 4 में शासन स्पष्ट रूप से पर उल्लेखित किया था कि नियुक्त पटवारी में से किसी अभ्यर्थी के पटवारी प्रशिक्षण परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो जाने की दशा में उसकी सेवा समाप्त कर प्रतीक्षारत उत्तीर्ण अभ्यार्थियों की नियुक्ति की जा सकेगी। इसके चलते जिला प्रशासन शासन के आदेशों का पालन करते हुए 21 पटवारियों की 6 माह के लिए अस्थाई पदस्थापना जिले में कर दी थी। इस पदस्थापना के बाद जुन 2019 में प्रशिक्षण परीक्षा का परिणाम घोषित हुआ। इस परीक्षा परीणाम में 32 में से 10 पटवारी मात्र पूर्ण रूप से उत्तीर्ण हो पाए थे। इस परीणाम के बाद शासन की शर्त के अनुसार प्रषिक्षण परीक्षा में अनुउत्र्तीण पटवारियों की सेवा समाप्त कर इनकी जगह प्रशिक्षण परीक्षा में उत्तीर्ण पटवारियों को नियुक्त करना था। लेकिन जिला प्रशासन शासन के आदेशों की अवहेलना करते 6 माह बितने के बावजूद अनुउत्र्तीण पटवारियों की सेवा समाप्त करने में कोई रूचि नहीं दिखा रहा है। इससे प्रशिक्षण परीक्षा में उत्र्तीण हुए पटवारियों को पदस्थापना के लिए दर-दर भटकने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

6 माह के लिए बढ़ाई गई सेवा
राजस्व एंव आपदा प्रबंधन विभाग मंत्रालय रायपुर द्वारा 28 अगस्त 2015 को प्रशिक्षित पटवारियों के संबध में एक पत्र जारी किया था। इस पत्र की शर्त नम्बर 3 अनुसार पटवारी प्रशिक्षण परीक्षा परीणाम में जो उम्मीदवार उत्र्तीण हो जाता है उसकी अस्थाई नियुक्ति के 6 माह बाद एक पृथक से आदेश जारी कर नियमित कर दिया जाए। इन उम्मीदवारों को परीक्षा पास करने के लिए कुल 4 अवसर प्राप्त होते है। इन 4 अवसर को उपयोग करते तक उसे 6-6 माह के लिए अस्थाई नियुक्ति प्रदान की जावे। लेकिन परीक्षा में 4 अवसर देने के बाद भी यदि वह परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर पाता है, तो उसकी नियुक्ति समाप्त कर दी जावे। इस आदेश को संज्ञान में लेकर कलक्टर ने प्रशिक्षण परीक्षा अनुउत्तीर्ण हुए पटवारियों को 6 माह के लिए अस्थाई नियुक्ति बढ़ा दी है।

नारायणपुर कलक्टर पीएस एल्मा ने बताया कि, पटवारी प्रशिक्षण परीक्षा में अनुउत्तीण पटवारियों को 6-6 माह की अस्थाई नियुक्ति कर परीक्षा उत्तीण करने के लिए 4 अवसर प्रदान किए जाते है। इन नियम के तहत अनुउत्तीर्ण पटवारियों की सेवा 6 माह की अस्थाई नियुक्ति प्रदान कर परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए अवसर प्रदान किया गया है। जिले में पटवारियों के नए पद स्वीकृत करने के लिए शासन को पत्र भेजा गया है। शासन से स्वीकृति मिलने पर उत्तीण पटवारियों को पदस्थापना दी जाएगी।
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