रोजगार के लिए भटकना पड़ेगा
बस स्टैंड मोड़ के पास स्थित एक मकान मालिक ने बताया कि वे यहां ९० साल से रह रहे हैं। एक-एक रुपए जोडक़र झोपड़ी से मकान बनाया था, जो अब सडक़ चौड़ीकरण की भेंट चढ़ जाएगा। अतिथि लॉज के पास स्थित होटल संचालक अमित सिंह ने बताया कि 50 साल पहले उनके दादाजी यह होटल शुरू किया था। अब इसी होटल से परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं। अब चौड़ीकरण में होटल का आधा हिस्सा टूट जाएगा। इससे होटल चलाने के लिए पर्याप्त जगह नहीं रहेगा। ऐसे में रोजगार की समस्या हो जाएगी। ऐसी ही पीड़ा कई लोगों की है। लामनी पार्क चौक के पास स्थित होटल संचालक चुन्नू जैन ने बताया कि १५ साल से होटल चलाकर आजीविका चला रहे हैं। अब चौड़ीकरण में होटल का आधा हिस्सा तो टूट रहा है, वहीं निर्माण कार्य चलने के दौरान करीब तीन से चार महीने तक होटल चलाने में भी दिक्कत होगी। इससे रोजगार के लिए भटकना पड़ेगा।
ट्रक गैरेज भी दायरे में
ट्र क गैरेज संचालक रामू ने बताया कि 10-12 साल से यहां पर दुकान चला रहे हैं। चौड़ीकरण से दुकान पूरी तरह से चौपट हो जाएगा। परिवार के भरण पोषण का सिर्फ यही एक सहारा है। यहां पर ग्राहाकी भी जम गई है। ऐसे में दूसरे जगह पर दुकान शिफ्ट भी कर दें तो काफी दिक्कत होगी। दुकान हटाने के अलावा दूसरा कोई रास्ता भी नहीं है।
होटल टूटने की चिंता
बो धघाट निवासी छोटे सिंह ने बताया कि सडक़ चौड़ीकरण में उनकी होटल का आधे से ज्यादा हिस्सा टूटेगा। 15 सालों से सिर्फ होटल चला रहे हैं। ऐसे में इसके अलावा दूसरा और कोई काम नहीं आता। दूसरे जगह पर होटल भी खोल दे तो सालभर ग्राहकी जमाने में लग जाएगा। इससे परिवार का पालन पोषण करने में काफी दिक्कत होगी।
मास्टर प्लान में २५ मीटर चौड़ाई
मास्टर प्लान में न्यायालय चौक से बोधघाट थाना तक 25 मीटर की सडक़ है, लेकिन फोरलेन के लिए सिर्फ 19 मीटर तक जमीन ली जा रही है। साल भर पहले मास्टर प्लान के अनुसार ही सर्वे कर बीच सडक़ से 12.5-12.5 मीटर तक मार्किंग की गई थी। यदि मास्टर प्लान के अनुसार अतिक्रमण हटाई जाए तो कई लोग बेघर हो जाएंगे। ऐसे में प्रशासन अब दोनों ओर 9.5-9.5 मीटर तक ही अतिक्रमण हटाएगा।