नंदपूरा के किसान नरपति का कहना है कि मैने करीब दो एकड़ में मिर्च की फसल ली थी। फसल जब कटने के करीब थी व बिकने के काबिल थी उसी समय बेमौसम बरसात से लगभग पूरी फसल ही चौपट हो गई है। यही बात कोसमी के बैदार पिताम्बर कश्यप ने भी कहा उसने करीब करीब 20 एकड़ में मिर्च बोई थी। बाजार में अब लेनदार नहीं होने की वजह से उसे लाखों का नुकसान होने की बात कही जा रही है।
मौसम की मार ने किसानों की कमर तोड़ दी है
केसरपाल के किसान अचल बाजपेई ने भी मौसमी सब्जी एवं मिर्च की फसल लगाई थी मौसम की मार ने किसानों की कमर तोड़ दी है। यही नौबत निरघत ठाकुर, फरेन्द्र ठाकुर, उमेश जोशी, तिलेश जोशी, पप्पू जोशी, अनुज पांडे की है। किसानों ने प्रशासन से क्षतिपूर्ति की मांग की है।
चिलचिलाती धूप के बाद शाम को करीब आधे घंटे तक बादल जमकर बरसे। इससे शहरवासियों को गर्मी से तो राहत मिली है, साथ ही मौसम भी खुशनुमा हो गया। बारिश से लोगों के चेहरे तो खिल गए, लेकिन इस बारिश ने नगर निगम की सफाई की पोल खोल दी। बारिश से नालियों का पानी सड़क पर आ गया और सारी गंदगी सड़क पर फैल गया।
झमाझम बारिश का दौर करीब आधे घंटे तक जारी जारी रहा
मंगलवार की सुबह आसमान साफ था, दिनभर तेज गर्मी पड़ी। पारा 35 डिग्री तक जा पहुंचा। इसके बाद शाम को सूरज ने काले बादलों ने ढंक लिया। इसके बाद शाम पांच बजे से तेज हवाएं चलने लगी, जो शाम 6 बजे बारिश में बदल गई। झमाझम बारिश का दौर करीब आधे घंटे तक जारी जारी रहा। इतने देर में शहर में करीब 4 मिमि बारिश हुई।