प्रशासन इस ऐतिहासिक लम्हे को लेकर
एयरपोर्ट अथॉरिटी से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार के दिन यहां दो प्लने पहुंचेंगे। एक में एयर ओडिशा का स्टॉफ होगा, वहीं दूसरे में यहां से रायपुर जाने वाले यात्री रहेंगे। इधर प्रशासन इस ऐतिहासिक लम्हे को लेकर विशेष तरीके से तैयारी कर रहा है। एयरपोर्ट परिसर में अधिक से अधिक लोग शामिल हो सकें इसलिए डोम व स्टेज की तैयारी की जा रही है। यहां पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों भिलाई से शुभारंभ होने वाले इस क्षण को लाइव दिखाने के लिए बड़ी एलइडी स्क्रीन की भी तैयारियां
की गईं है।
दिनभर मॉनिटरिंग
इस एेतिहासिक पल के दौरान कोई गलती न हो जाए इसे देखते हुए पीडब्लूडी से लेकर तहसील व अन्य विभाग के अधिकारी दिनभर तैयारियों की मॉनिटङ्क्षरग करते रहे। वहीं कलक्टर खुद यहां मोर्चा संभालकर तैयारियों का जायजा लिया।
दोपहर में हुआ ट्रायल
शुभारंभ से पहले एयर ओडिशा के विमान का ट्रायल लिया गया। दोपहर करीब एक बजे इस विमान को रनवे में करीब 8 से 10 बार चलाकर ट्रायल लिया। वहं दो से तीन बार पायलेट ने उड़ाकर भी देखा और इसे सुरक्षित लैंड कराया।
ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों का भी बना पास
शुभारंभ के मौके पर एयरपोर्ट जिला पुलिस के जवान तैनात रहेंगे। एयरपोर्ट अथॉरिटी ने इन जवानों की पहचान के लिए आइडेंटी कार्ड तैयार किया है। साथ ही इस दौरान प्रयोग में आने वाले आधुनिक सामानों के बारे में जानकारी भी दी।
पीएम मोदी के हाथों फीता कटवाने 14 जून की टिकट कर दी गई कैं सल
उड़ान योजना के तहत रायपुर से विशाखापटनम वाया जगदलपुर चलने वाले विमान का शेड्यूल एयरओडिशा ने एक महीने पहले ही जारी कर दिया। इसके लिए बकायदा ऑनलाइन टिकट भी जारी कर दिए गए थे। लेकिन टिकट खरीदकर सबसे पहली फ्लाइट में उड़ान का सपना संजोए बस्तरवासियों का सपना उस वक्त टूट गया जिस वक्त एयर ओडिशा ने एेन टाइम पर टिकट खरीदे यात्रियों को फोन, इमेल व अन्य माध्यमों से जानकारी दी की उनका टिकट कैंसल कर दिया। इसके पीछे कंपनी ने अपरिहार्य कारण बताया है। लेकिन सूत्र बताते हैं कि इस फ्लाइट का रायपुर से सुबह 8 बजे के करीब छुटना था लेकिन पीएम मोदी के हाथों फीता कटवाने के चक्कर में अधिकारियों के दबाव के बाद एयरओडिशा ने उडाऩ ही कैंसिल कर दी। इसलिए जब पीएम मोदी भिलाई से इसे हरीझंडी दिखाएंगे तभी इसके दूसरे दिन से ही हवाई यात्रा सामान्य हो पाएगी। लेकिन इस फैसले से शहरवासियों के मायूसी छा गई है। हालांकि कोई भी अधिकारी इसे कहने से बच रहा है लेकिन इस तरह की चर्चाएं तेज हैं।