scriptआईईडी बनाने, जवानों को एंबुंश में फंसाने चल रही थी ट्रेनिंग, इस डायरी से हुए कई और खुलासे, आप भी जानिए | how to make IEDs and kill soldiers Teach by Naxali in Tranning Camp | Patrika News

आईईडी बनाने, जवानों को एंबुंश में फंसाने चल रही थी ट्रेनिंग, इस डायरी से हुए कई और खुलासे, आप भी जानिए

locationजगदलपुरPublished: Oct 10, 2019 10:56:15 am

Submitted by:

Badal Dewangan

दंतेवाड़ा के तुमकपाल के जंगलों में मुठभेड़ के बाद जवानों ने घटनास्थल से एक डायरी बरामद की है जिसमें चौकाने वाले तथ्य सामने आए है।

आईईडी बनाने, जवानों को एंबुंश में फंसाने चल रही थी ट्रेनिंग, इस डायरी से हुए कई और खुलासे, आप भी जानिए

आईईडी बनाने, जवानों को एंबुंश में फंसाने चल रही थी ट्रेनिंग, इस डायरी से हुए कई और खुलासे, आप भी जानिए

जगदलपुर/नकुलनार. दंतेवाड़ा के तुमकपाल के जंगलों में माओवादियों की टेक्निकल टीम पहुंची हुई थी और यहां अपने एलओएस और एलजीएस टीम को आईईडी बनाने, इसे प्लांट करने और जवानों को एंबुश में फंसाने की ट्रेनिंग दे रही थी। इस बात का खूलासा तब हुआ जब मौके पर से जवानों को हस्तलिखित डायरी मिली। इसमें जवानों को एंबुश में फंसाने और आईईडी बनाने से लेकर इसे प्लांट करने तक की विस्तृत जानकारी दी गई है। इसी डायरी के सहारे वे माओवादियों को ट्रेनिंग दे रहे थे। इसी ट्रेनिंग के दौरान जवानों की टीम इलाके में पहुंची और हमले में कटेकल्याण एरिया कमेटी की प्लॉटून नंबर २६ का डिप्टी कमांडर देवा कवासी मारा गया। इसका पता माओवादियों को पहले ही चल गया था। अब उन्होंने जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए घात लगाया और जैसे ही जवान पहुंचे उन पर हमला कर दिया। लेकिन जवानों की मुस्तैदी की वजह से घात लगाए माओवादियों की मंशा पूरी नहीं हो सकी और उन्होंने मोर्चा संभाल ताबड़तोड़ जवाबी फायरिंग कर दी।

यह भी पढ़ें

दंतेवाड़ा नक्सली मुठभेड़: हार्ट अटैक से नहीं गोली लगने से हुई जवान की मौत, ऐसा हुआ खुलासा

डायरी में कई अहम जानकारी, मिलेगी मदद
ऑपरेशन को लीड कर रहे एएसपी सूरज परिहार ने बताया कि मुठभेड़ के बाद मौके से मिली डायरी में कई अहम जानकारी है। डायरी में दी जानकारी के हिसाब से एेसा लग रहा है कि टेक्निकल टीम यहां ट्रेनिंग दे रही थी। वहीं इसके बाद बड़ी घटना की तैयारी थी। इस डायरी से कई मिली जानकारी का आने वाले समय में ऑपरेशन में बड़ी मदद मिलने की बात उन्होंने कही है।

यह भी पढ़ें

कटेकल्याण में हुए मुठभेड़ में मारे गए वर्दीधारी नक्सली की हुई शिनाख्त, निकला 8 लाख इनामी डिप्टी कमांडर

ऑपरेशन लीड करने वाले एएसपी सूरज परिहार से पत्रिका ने की विशेष बातचीत
लगातार इनपुट मिल रहे थे की माओवादी बड़ी घटना की फिराक में थे। इसके लिए वे लगातार तुमकपाल से लगे इलाके में अन्य इलाके के माओवादियों जैसे मलांगीर एरिया कमेटी व केरलापाल इलाके के सक्रिय लोगों को इक_ा कर रहे थे। पक्की लोकेशन मिलने के बाद पता चला कि एक दो दिन में ही वे बड़ी घटना कर सकते हैं। इसलिए उनके मंसूबे नाकाम करने सोमवार की देर रात ही ऑपरेशन पर जवानों के साथ निकले। तुमकपाल के जंगल से आगे बढ़ते हुए जैसे ही पिटेडब्बा एरिया में वे पहुंचे। माअवोदियों ने फायरिंग शुरू कर दी। हमने भी जवाबी फायरिंग की। दरअसल वे अपने बड़े लीडरों को बचाने के लिए फायरिंग कर रहे थे। एक घंटे तक गोलीबारी चलने के बाद माओवादी भाग निकले। इसके बाद जब जंगल की सर्चिंग की तो एक वर्दीधारी माओवादी की बॉडी मिली। वहीं उसके ड्रेस में बने खांचे से एसएलआर के दो मैग्जीन राउंड समेत बरामद हुए। देसी कट्टा और किताब भी मिली। जिसमें कई अहम जानकारियां हैं।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो