50 बेड के आइसोलेशन वार्ड सुरक्षित रखी गई है
एनएमडीसी परियोजना के सिविल विभाग द्वारा द्वारा जगह जगह पैरों से संचालित किए जाने वाले वाशबेसिन की स्थापना की गई है। जिसमे हाथों को धोने के लिए किसी भी चीज को छूने की आवश्यकता नही है। वर्तमान पालिक क्षेत्र, एनएमडीसी एरिया , रेलवे और सुरक्षाबलों को मिलाकर नगर में 100 से अधिक लोगो को होम आइसोलेट किया गया है। हॉस्पिटल में एक 50 बेड के आइसोलेशन वार्ड सुरक्षित रखी गई है। जहां अब तक किसी मरीज को भर्ती नही किया गया है पर चिन्ता की बात ये है कि अगर एक भी मरीज पॉजिटिव आया तो चिकित्सकों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों के पास वायरस से बचने के किट नही है।
उपकरण उपलब्ध नही होने की बात स्वास्थ्यकर्मी कह रहे
सुरक्षा उपकरणों के बिना इलाज के दौरान किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने चिकित्सक स्वास्थ्य कर्मीयो की भी संक्रमित होने की प्रबल संभावना है्र। स्वास्थ्य कर्मियों एवं संक्रमित मरीज के परिजनों को विशेष सुरक्षा किट उपलब्ध करना अस्पताल प्रशासन की प्राथमिकता में है पर जरूरी सुरक्षा उपकरण उपलब्ध नही होने की बात स्वास्थ्यकर्मी कह रहे है । यहां कोरोना से बचाव के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे है ।
जल्द ही सभी सुरक्षा उपकरण और किट उपलब्ध हो जाएगा
डॉ एसएम हक, सीएमए, एनएमडीसी अपोलो सेंट्रल हॉस्पिटल का कहना है कि आइसोलेशन के लिए वार्ड तैयार है। स्वास्थ्यकर्मियों और चिकित्सको के लिए लगातार विशेष सुरक्षा किट की मांग की जा रही थी। छत्तीसगढ़ में उपलब्ध नही होने से अब अन्य प्रदेशों से किट मंगाने का प्रयास जारी है। जल्द ही सभी सुरक्षा उपकरण और किट उपलब्ध हो जाएगा।