सोशल मीडिया पर होने वाला प्रचार के खर्च
नगरीय निकाय चुनावी प्रक्रिया के नाम वापसी के साथ ही तय होने वाले प्रत्यार्शियों को चुनाव चिन्ह आंबटन के साथ चुनाव प्रचार-प्रसार भी शुरू हो गया है। जहां एक समय पहले तक चुनाव के दौरान लाउडस्पीकर व बैनर-पोस्टरों के माध्यम से प्रत्याशी अपना प्रचार किया करते थे, लेकिन अब यह धीरे-धीरे घटता जा रहा है। और आधुनिकता के साथ लोग कदम से कदम मिलाने लगे है। तो ऐसे मे प्रत्यार्शी भी क्यों पीछे रहे और वे भी अपना प्रचार अब इसी माध्यम से करते दिख रहे है।
उसका खर्च उसके चुनावी खाते में जुड़ेग
ज्ञात हो कि, विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान मीडिया पर निगरानी के लिए भी समिति गठित किया गया था। हालकि नगरीय निकाय चुनाव में इस तरह से अभी तक किसी समिति का गठन तो नहीं किया गया है। लेकिन यह तो तय ही है कि, सोशल मीडिया पर होने वाला प्रचार के खर्च का अनुमान लगाकर प्रत्याशी के खाते में डाला जाएगा।