नगरीय निकाय चुनाव में महिलाओं के आरक्षण से गड़बड़ा सकता है भाजपा का गुटीय समीकरण
महिला आरक्षण की वजह से दिग्गज नेता दूसरे वार्ड की ओर रूख कर रहे हैं। नेताओं का दावा है कि वे पिछले पंाच साल से अपने इलाके के लोगों की सेवा कर रहे हैं, एेसे में आगे भी वार्ड के लोगों की सेवा करने का मौका उन्हें ही मिलना चाहिए। अभी तक पर्दे के पीछे चल रहा यह खेल मंगलवार को पार्टी संगठन के सामने खुलकर आ गया है। इतना ही नहीं अब वे कार्यकर्ताओं से लेकर समाज तक के लोगों को एकजुट कर अपने परिवार के लोगों को टिकट दिलाने जरूरी समय पर शक्ति प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं। अपने परिवार को टिकट दिलाने की जुगत में नेताजी राजधानी तक की दौड़ लगा चुके हैं। इन सब के बीच वार्ड आरक्षण के बाद दिग्गजों का टिकट कटने के बाद नए व युवा नेता काफी खुश हैं और मैदान में उतरने के साथ संगठन में भी दावेदारी पेश कर दी है।कांग्रेस में इन लोगों का एयरलिफ्ट हो सकता है
वार्ड आरक्षण में महिला सीट ने कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के समीकरण बिगाड़ दिए हैं। पार्टी सूत्रों की माने तो पीडब्लूडी के सभापति और चार बार के पार्षद यशवर्धन राव का बालाजी वार्ड को छोडक़र इस बार प्रतापदेव वार्ड से टिकट मांग रहे हैं। वहीं सफाई सभापति रहे राजेश चौधरी माता संतोषी वार्ड से हटकर अब गुरुघासीदास वार्ड टिकट चाहते हैं। वहीं अब्दुल रशीद इंदिरा वार्ड में अपनी मां के लिए तो खुद रमैया वार्ड से टिकट मांग रहे हैं। इसके अलावा ऐसे प्रत्याशी जो वर्तमान में पार्षद हैं और महिला सीट होने की वजह से अब दूसरे वार्ड भी नहीं जाना चाहते और अपनी सीट पर परिवार के ही लोगों को चाहते हैं। इनके एयरलिफ्ट की वजह से इस इलाके में पांच साल से काम करने वाली महिलाएं परेशान हो गई हैं।