कीट का किसान कर रहे सफल प्रबंधन
बस्तर में कीट को पहली बार रिपोर्ट करने वाले वैज्ञानिक धर्मपाल केरकेट्टा बताते हैं कि अभी कई कृषक कीट का सफल प्रबंधन कर पा रहे हैं। लेकिन इसके बाद भी कृषकों को इस कीट के प्रति हमेशा सजग रहने की आवश्यकता है। वे आगे बताते हैं कीट चार अवस्थाओं से होकर अपना जीवन चक्र पूरा करता है। अभी के मौसम में कीट बहुत जल्दी यानी मात्र 35.40 दिनों मे अपना जीवन पूरा कर लेता है जिससे इसकी संख्या में बहुत तेजी से वृद्धि हो सकती है। अत: जिन कृषकों ने मक्के की बुवाई देरी से की है उन्हे अधिक सजग रहने की आवश्यकता है।
कीट से बचाव के लिए अपनाएं ये तरीके
कीट वैज्ञानिक धर्मपाल केरकेट्टा बताते हैं कीट का प्रभावी नियंत्रण एक से अधिक विधियों को अपनाकर किया जा सकता है। आवश्यक है कि इसमें फेरोमोन ट्रेप एवं लाइट ट्रेप का उपयोग हो। साथ ही कीटनाशक जैसे प्रोफेनोफॉसइपरमेथ्रिन या क्वीनालफास या बैराज़ाइड का प्रयोग करना सबसे प्रभावी एवं कारगर है। फसलों में कीट का प्रकोप 2.3 पत्तियों के अवस्था में अर्थात फसल बुवाई के 12 से 15 दिन के भीतर ही शुरू हो जाता है। अत: सतत निगरानी की आवश्यकता है। इस समय पत्ती पर सफेद चित्तीदार धब्बे दिखाई देते हैं जो कीट की उपस्थिती का संकेत हैं।