इस पर डॉ. भोजवानी ने बताया कि घर में फस्र्ट एड बॉक्स रखना बेहद जरूरी है। इससे पीडि़त को प्राथमिक उपचार मिल जाता है। अस्पताल पहुंचने के दौरान होने वाली तकलीफ कम हो जाती है। इस दौरान समाज के लोगों ने उनसे कई सवाल भी पूछे और फस्र्ट एड से जुड़ी अपनी जिज्ञासा शांत की।
सिंधु भवन में शाम ५ से ७ बजे तक लग रही कलाकारी की पाठशाला : शहर के समुंद चौक के समीप स्थित सिंधु भवन में १ से १० जून तक कलाकारी की पाठशाला लग रही है। यहां हर दिन बड़ी संख्या में युवा और बच्चे जुटे रहे हैं और विविध कलाओं का प्रशिक्षण ले रहे हैं। कोई नेल आर्ट सीख रहा है तो कोई सलाद डेकारेशन। श्री पूज्य सिंधी पंचायत जगदलपुर के कोषाध्यक्ष विशाल दुल्हानी ने बताया कि ६ से ८ जून तक पूर्णिमा सरोज प्रांतीय कल्चर की साड़ी पहनने के बारे में बताएंगी। यह निशुल्क प्रशिक्षण शिविर हर दिन शाम ५ से ७ बजे तक आयोजित हो रहा है जो १० जून तक जारी रहेगा। शिविर के दौरान नेल आर्ट, फ्रुूट एवं सलाद आर्ट, ड्राइंग आर्ट, नृत्य, वुड आर्ट राइटिंग, मेहंदी, साड़ी पहनावा को लेकर ट्रेनिंग दिया जा रहा है। शिविर सिर्फ सिंधी समाज के लिए है।
करंट लगे तो पिलाएं गर्म चाय-कॉपी
डॉ. भोजवानी ने फस्र्ट एड के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आमतौर पर घर, दुकान या कॉफी में काम के दौरान करंट लगने की घटना सामने आती है। ऐसी स्थिति में जिस व्यक्ति को करंट लगा हो उसे मानसिक रूप से पहले शांत होने दें। इसके बाद उसे गर्म चाय और कॉफी पिलाएं। ह्दय गति सामान्य होते ही उसे डॉक्टर के पास ले जाएं। डॉक्टर की सलाह पर उसे करीब ८ घंटे तक आब्जर्वेशन में रखें। इसी तरह अन्य फस्र्ट एड उपाय के बारे में लोगों को जानकारी दी गई।