दरअसल जब घायल जवानों को रायपुर लाया गया तो उनसे मिलने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) अस्पताल पहुंचे। इस दौरान सीएम ने कहा था कि सभी घायल जवानों को जल्द आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया जाएगा। जवानों से उच्च अधिकारियों ने भी इसका वादा किया था लेकिन यह आज तक पूरा नहीं हुआ।
पांच जवानों को आखिर किस आधार पर प्रमोशन
डीआरजी के जवान प्रधान आरक्षक रमेश कुंजाम ने बताया कि मार्च 2020 में मुठभेड़ के दौरान वे हैंड ग्रेनेड की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हुए थे। उस दौरान सीएम समेत उच्च अधिकारियों ने उनसे प्रमोशन का वादा किया था जो अब तक पूरा नहीं हुआ है। रमेश कहते हैं कि जब वे अस्पताल में थे तभी पांच जवानों का प्रमोशन कर दिया गया था।
जब उन्होंने अधिकारियों से पूछा कि उनका प्रमोशन कब होगा तो कहा गया कि जल्द हो जाएगा। लेकिन आज डेढ़ साल बाद भी उनका प्रमोशन नहीं हो पाया है। रमेश कहते हैं कि उनके पांच साथियों को प्रमोशन किस आधार पर दिया गया और उन्हें किस आधार पर प्रमोशन नहीं दिया जा रहा है यह अफसरों को अब स्पष्ट करना चाहिए।
खुद गोलियां खाईं लेकिन कई जवानों की जान बचाई
मुठभेड़ में शामिल रहे अन्य घायल जवान कट्टम राजू, संजय कवासी , विनय दूधी , दुरवा सुब्बा ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान वे कई सामान्य रूप से घायल होने वाले जवानों को सुरक्षित बाहर निकालने में कामयाब रहे थे। खुद गोलियां खाकर उन्होंने कई जवानों की जान बचाई लेकिन इसके बावजूद उन्हें प्रमोशन से वंचित रखा गया है। प्रक्रिया के तहत प्रमोशन देंगे
आईजी बस्तर पी. सुंदरराज ने कहा, मीनपा मुठभेड़ में घायल सभी 15 जवानों को प्रमोशन देने की प्रक्रिया चल रही है। प्रक्रिया के तहत ही जो योग्य होगा उसे आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया जाएगा।