मुठभेड में दो एसआई, 2 आरक्षक शहीद हो गए थे
इस दौरान अबोध बेटी अपने शहीद पिता की प्रतिमा को साक्षात पिता मानकर उनसे लिपट गई और कुछ इस तरह अपने प्यारे पापा के प्रति अपना प्रेम प्रकट किया, की यह नजारा देखकर वहां मौजूद हर किसी शख्स की आंखें नम हो गई। 2013 को उप निरीक्षक के पद पर वे पुलिस विभाग में भर्ती हुए। उप निरीक्षक के पद पर ही नारायणपुर जिले में उनकी पहली पोस्टिंग होने के बाद उन्होने अपने कर्तव्यों का निर्वाह करते हुए माओवादी मोर्चे पर कई सफल ऑपरेशनों में पूरी इमानदारी के साथ कायम किया। इसी दौरान माओवादियों से लोहा लेते समय 24 जनवरी 2018 को जिले के अति संवेदनशील माओवादी प्रभावित अबूझमाड़ ओरछा में सर्चिंग के दौरान माओवादियों से मुठभेड़ हो गई थी। इस मुठभेड दो एसआई एंव 2 आरक्षक माओवादियों की गोली लगने के कारण शहीद हो गए थे। इसमें एसआई मूलचंद्र कवंर भी शहीद हो गए थे।
मानों बेटी अपने पिता को साक्षात मानकर दुलार रही हो
शहीद मूलचंद्र कंवर के जन्मदिवस मौके पर उनके गांव घनाडबरी में शनिवार की सुबह श्रद्धाजंलि सभा सहित राष्ट्रभक्त से ओतप्रोत विभिन्न् कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान शहीद मूलचंद्र कंवर की प्रतिमा से उनकी 2 साल की अबोध बेटी ने इस कदर प्यार किया मानों बेटी अपने पिता को साक्षात मानकर दुलार रही हो। इस क्षण की फोटो कैमरे में कैद हो गई। इस फोटो के वायरल होते ही हर कोई शख्स इसे देखकर भावूक होते हुए नजर आया।