एक माह बाद भी नर्सरी के दोनों वेंटीलेटर खराब, मरम्मत कराने प्रबंधन नहीं कर रहा प्रयास
बस्तरPublished: Dec 05, 2016 11:57:00 pm
एक माह बाद भी मेकॉज प्रबंधन नहीं कर रहा वेंटीलेटर सुधारने का प्रयास, नवजात कमजोर बच्चों की जान खतरे में, दिल्ली से उपकरण का इंतजार
जगदलपुर. संभाग के सबसे बड़े महारानी अस्पताल के नर्सरी वार्ड में वेंटीलेटर खराब हुए एक माह से अधिक हो चुका है, लेकिन इनकी मरम्मत कराने के लिए प्रबंधन प्रभावी प्रयास नहीं कर रहे हैं।
इससे नवजात कमजोर और गंभीर शिशुओं की जान खतरे में हो सकती है। गौरतलब है कि मेकॉज के नर्सरी वार्ड में करीब 18 नवजात बच्चों को रखने की जगह है। यहां जन्म लेने वाले कमजोर शिशुओं के लिए दो वेंटीलेटर रखे गए है ताकि एक खराब होने पर दूसरे का उपयोग किया जा सके। लेकिन नर्सरी के दोनों वेंटीलेटर खराब है। इसमें से एक को खराब हुए तीन माह से अधिक हो गया है।
इसलिए वेंटीलेटर जरूरी
पैदा होने वाले कमजोर और गंभीर नवजात शिशुआें को वेंटीलेटर से कृत्रिम आक्सीजन उपलब्ध कराया जाता है। यह नवजात बच्चों की गंभीर परिस्थितियों में जान बचाने के लिए सहयोगी साबित होती है। इस कम्प्रेसर से 60 से 70 फीसदी प्रेशर से आक्सीजन दिया जाता है।
कम्प्रेशर काम नहीं कर रहा
डॉ. भगत बघेल, शिशु रोग विशेषज्ञ : तकनीकि उपकरणों के काम नहीं होने के कारण वेंटलेटर खराब है। जिसकी वजह से कम्प्रेशर कार्य नहीं कर रहा है। इसकी जानकारी प्रबंधन सहित तकनीकि जानकारों को भी दी गई थी। दिल्ली से उपकरण उपलब्ध कराने की बात कही थी, पर अब तक इसे नहीं बनाया जा सका है।