वहां से वाहनों की आवाजाही होती थी। डीजीसीए के मानकों के अनुसार जिस मार्किंग लाइन से विमान टेकऑफ और लैंड करते हैं, उसके आसपास पर्याप्त जगह होनी चाहिए। इसलिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ने मार्किंग लाइन के अगल-बगल 70 मीटर जगह बढ़ाने के लिए बीच सड़क बाउंड्री वॉल खड़ी की है। बीच सड़क दीवार खड़ी होने से यातायात प्रभावित न हो इसलिए एफसीआई गोदाम की तरफ से नया रास्ता शुरू किया गया है। अब इसी रास्ते का उपयोग किया जाएगा।
तैयारी से साफ बड़े विमान ही भरेंगे उड़ान
एयरपोर्ट अथॉरिटी ने उड़ान 3 की टेंडर प्रक्रिया पूरी होते ही डीजीसीए के मानकों के अनुरूप एयरपोर्ट को डेवलप करना शुरू किया है। साथ ही जिन दो कंपनियों के नाम टेंडर हुआ है उनकी जरूरत के हिसाब से भी एयरपोर्ट में सुविधाएं जुटाई जा रही हैं।
जिस तरह की तैयारी एयरपोर्ट अथॉरिटी कर रहा है, उससे यह साफ है कि जगदलपुर से रायपुर, विशाखापट्टनम और भुवनेश्वर के लिए बड़े विमान ही उड़ाए जाएंगे। इससे पहले एयर ओडि़शा ने 18 सीट के छोटे विमान से परिचालन किया था। जबकि इस बार एयर अलायंस और टर्बो एलायंस नाम टेंडर हुआ है, जिनके जहाजी बेड़े में बड़े विमान ही हैं।