दरभा के जंगल से लाई लकड़ी, आठ चक्के का विजय रथ निर्माण कल से
बस्तरPublished: Sep 18, 2016 09:33:00 pm
विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा के लिए सिरहासार भवन के पास साल की लकडि़यां रथ
निर्माण के लिए पहुंचने लगी है। इसे पंडरीपानी और बिरिंग पाल के
ग्रामीणों ने दरभा के जंगलों से लेकर आए हैं।
जगदलपुर. विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा के लिए सिरहासार भवन के पास साल की लकडि़यां रथ निर्माण के लिए पहुंचने लगी है। इसे पंडरीपानी और बिरिंग पाल के ग्रामीणोंने दरभा के जंगलों से लेकर आए हैं। मंगलवार से रथ निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा।
सोमवार को रथ निर्माण करने वाले बेड़ उमर गांव और झारउमर गांव से कारीगर आने लगेंगे, उनके रहने की व्यवस्था सिरहासार भवन में ही होगी। इस बार विजय रथ 8 चक्कों का बनाया जाएगा। आरआई अर्जुन श्रीवास्तव ने बताया कि रथ निर्माण के लिए अभी और लकड़ी लाई जाएगी। 32 फीट की साल की लकड़ी पंडरीपानी और बिरिंगपाल के ग्रामीण लाए हैं। बस्तर दशहरा की अगली रस्म काछनगादी पूजा 30 सितम्बर को है।
ज्योति कलश के लिए कटने लगी पर्ची
इधर दंतेश्वरी मंदिर में मनोकामना ज्योति कलश के लिए पर्ची शुरू हो गई है। घी ज्योति के लिए 1101 रुपए और तेल ज्योति के लिए 501 रुपए हैं। पहले दिन लगभग 50 लोगों ने राशि जमा कराई।