Video: होते रहे धमाके, जलती रही पटाखों से भरी दुकान, इतना बारुद बीच बाजार रखने की इजाजत किसने दी?
राख ठंडा होने के बाद
फोरेंसिक के ज्वाईंट डायरेक्टर डॉक्टर बी सूरीबाबू ने ‘पत्रिका’ से चर्चा करते हुए उक्त मामले में बताया कि आगजनी के अगले दिन शनिवार की सुबह जब मलबा का राख ठंडा होने के इंतजार किया गया। राख ठंडा होने के बाद फोरेंसिक की टीम के साथ मौके पर जांच करने पहुंची थी।
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लोगों में है नाराजगी
जांच टीम ने गोल बाजार स्थित दोनों दुकान पटवा ट्रेडिंग व ओम ट्रेडर्स में प्रत्येक कमरे में मौजूद मलबा का सैंपल अलग-अलग इकट्ठा किया। इस सैंपल को बुधवार को रायपुर स्थित फोरेंसिक लैब में जांच के लिए भेज दिया जाएगा। जहां आर्सोनिस्ट (आगजनी विशेषज्ञ) की टीम क्रमबद्ध सैंपल में मौजूद अवशेषों का परीक्षण करेगी। सैंपल की जांच साक्ष्य के आधार पर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। जिससे मामले में आगे की कार्रवाई के लिए सबूत के तौर पर पेश किया जाएगा। डॉक्टर बी सूरीबाबू ने इस वारदात को गंभीर प्रकरण माना है। उन्होंने रिपोर्ट रायपुर से जल्द से जल्द प्राप्त हो जाए इसलिए एसपी ने मार्क करवाने की बात कही है। इधर आग लगने के चार दिन बाद भी इससे जुड़े व्यवसायियों पर कार्रवाई नहीं होने से लोगों में नाराजगी है।
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ओम ट्रेडर्स में भी पटाखा था या नहीं होगा स्पष्ट
पटवा ट्रेडर्स ने दुकान में पटाखा होने की बात कबूल लिया है, लेकिन ओम ट्रेडर्स ने पटाखा नहीं रखने के बात कही थी। फोरेंसिक जांच से पूर्व ओम ट्रेडर्स में मुआयना करने तहसीलदार सुंदरलाल धृतलहरे पहुंचे थे। उन्होने अपनी जांच में पटाखा मौजूद नहीं होने की बात कही थी। जबकि चश्मदिदों का कहना है कि पहले ओम ट्रेडर्स में आग लगने के बाद पटाखा फुटते हुए देखा गया था।
फायर एक्सटिंग्यूशर के पांच सिलेण्डर हुए थे ब्लास्ट
पटवा ट्रेडिंग के संचालक ने बताया कि एहतियात के तौर पर आग बुझाने के लिए पांच फायर एक्सटिंग्यूशर के सिलेण्डर दुकान में रखा था। आग दुकान में इतनी तेजी से फैला कि फायर एक्सटिंग्यूशर के सिलेण्डर तक वे पहुंच नहीं पाए। आग लगने के दौरान आग बुझाने उपयोग में लाने वाले यह सभी यही सिलेण्डर तेज धमाके के साथ विस्फोट हुए थे।