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जगदलपुर रेलवे स्टेशन में टिकट बेचकर प्रतिमाह कमा रहा 50 लाख, यात्रियों को देने नहीं हैं ये सुविधाएं

locationजगदलपुरPublished: Dec 20, 2019 02:03:08 pm

Submitted by:

Badal Dewangan

जगदलपुर रेलवे स्टेशन में पेयजल की सुविधा नहीं, प्लेटफार्म नंबर 2 और 3 में सभी नल बंद, शौचालयों में लगा हुआ है ताला, सफाई व्यवस्था भी चौपट

जगदलपुर रेलवे स्टेशन में टिकट बेचकर प्रतिमाह कमा रहा 50 लाख, यात्रियों को देने नहीं हैं ये सुविधाएं

जगदलपुर रेलवे स्टेशन में टिकट बेचकर प्रतिमाह कमा रहा 50 लाख, यात्रियों को देने नहीं हैं ये सुविधाएं

जगदलपुर. रेलवे प्रशासन जगदलपुर प्लेटफार्म से रवाना होने वाली ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को टिकट बेचकर हर महीने करीब ५० लाख रुपए कमा रहा है। वहीं यात्री सुविधा के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति किया जा रहा है। हालात यह है कि स्टेशन में यात्रियों को पीने के लिए पानी भी नसीब नहीं हो रहा है। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म में लगे ज्यादातर नल बंद है। ऐसे में यात्रियों को पानी भी खरीद कर पीना पड़ रहा है।

जगदलपुर रेलवे स्टेशन से रोजाना हजारों यात्री आना-जाना करते हैं। इससे रेलवे प्रशासन को प्रतिदिन डेढ़ लाख रुपए से अधिक की कमाई होती है। सालभर में ५ से ६ कारोड़ रुपए सिर्फ टिकट काउंटर से मिलता है। जबकि इससे तीन गुना अधिक कमाई गुड्स सप्लाई से होती है। बावजूद यात्रियों को पेयजल की सुविधा नहीं मिल रही है। प्लेटफार्म नंबर एक में सिर्फ एक-दो नल ही चालू है। वहीं प्लेटफार्म नंबर २ और ३ में लगे सभी नल बंद पड़े हुए हैं। नलों की स्थिति को देखते हुए ऐसा लगता है कि कई महीनों से बंद पड़ा हुआ है। जिसे लेकर रेलवे प्रशासन कोई पहल नहीं कर रहा है।

सफाई व्यवस्था भी बदहाल
स्टेशन की सफाई व्यवस्था भी पूरी तरह से बदहाल है। इतने बड़े स्टेशन में सिर्फ तीन सफाई कर्मचारी है। इन कर्मचारियों को हर महीने २० हजार रुपए वेतन दिया जाता है। इसके बाद भी स्थिति ये है कि स्टेशन के फ्लोर गंदगी से पटा हुआ है, वहीं बैठने के लिए लगे कुर्सियों में भी धूल जमा हुआ है। स्टेशन की सभी प्लेटफार्म की यही स्थिति है। इससे यात्रियों को काफी परेशानी होती है।

शौचालय में लगा हुआ है ताला
स्टेशन के प्लेटफार्म नं. १ सिर्फ एक ही शौचालय है। इसमें भी ताला लगा रहता है। वहीं प्लेटफार्म नं. २ और ३ में एक भी शौचालय नहीं है। प्लेटफार्म नं. १ पर दिव्यांगों के लिए ही शौचालय खुला है, जो गंदगी से पटा हुआ है। स्टेशन में शौचालय की भी सफाई नहीं हो रही है। यहां से गुजरने वाले लोगों को नाक बंद कर आना-जाना पड़ता है। यात्रियों की शिकायत के बावजूद स्टेशन प्रबंधन शौचालय की सफाई के लिए कोई पहल नहीं कर रहा है।

सुरक्षा व्यवस्था भी चौपट
बस्तर नक्सल प्रभावित होने के बावजूद जगदलपुर रेलवे स्टेशन में सुरक्षा व्यवस्था पुरी तरह से चौपट है। स्टेशन के मेनगेट में मेटल डिटेक्टर भी नहीं लगा है। इससे स्टेशन में कोई भी असमाजिक तत्व व संदिग्ध व्यक्ति आसानी से आना-जाना कर सकता है। यहां पर सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर मेनगेट के पास कुछ जवानों को तैनात किया गया है, जो सिर्फ बैठे-बैठे अपनी ड्यूटी करते हैं। किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की जांच नहीं करते।

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