सबसे पहले थाने में देनी होती है हाजिरी
भंगाराम माई के पास जाने से पहले भंगाराम सेवा समिति के सदस्य सभी देवी-देवताओं के प्रतीकों को थाने ले जाते हैं। वहां हाजिरी लगती है। थाने में तैनात जवान देवी-देवताओं की पूजा करते हैं, फिर पुलिस की सुरक्षा में देवी-देवताओं को पूजा स्थल भंगाराम देवी मंदिर तक लाया जाता है।
बीमारी होने पर पूजे जाते हैं डॉक्टर खान
जानकार बताते हैं कि वर्षों पहले क्षेत्र में कोई डॉक्टर खान थे, जो बीमारों का इलाज पूरे सेवाभाव और नि:स्वार्थ रूप से करते थे। उनके नहीं रहने पर यहां के ग्रामीणों ने उन्हें देवता के रूप में स्वीकार कर लिया है, जो भंगाराम देवी मंदिर में विराजित हैं। क्षेत्र में किसी बीमारी का प्रकोप होने पर सबसे पहले इनकी ही पूजा की जाती है।