हमले को लेकर शासन-प्रशासन को बताया दोषी
चुनावी घोषणा पत्र तैयार करने के लिए बस्तर के सामाजिक व अन्य संगठनों से मुलाकात करने पहुंचे कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने बुधवार को प्रेसवार्ता लेते हुए झीरम घटना पर सीधे तौर से शासन व प्रशासन को दोषी करार देते हुए सनसनी फैला दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा के दौरान शुरूआती दो दिन तक कड़ी सुरक्षा दी गई, लेकिन इसके बाद सुरक्षा नहीं के बराबर कर दी गई।
आईबी ने बार-बार किया था आगाह
जिस दिन झीरम घटना हुई उस दिन सुकमा से लेकर पूरे झीरम तक गिनती के सुरक्षा जवान तैनात थे, जबकि आईबी ने बार-बार रिपोर्ट भेजकर सरकार को आगाह किया था कि उस इलाके में माओवादियों की मौजूदगी है। इससे साफ हो जाता है कि इस घटना के लिए शासन-प्रशासन दोषी है। प्रेसवार्ता के दौरान जिलाध्यक्ष राजीव शर्मा, राजमन बेंजाम, जतीन जायसवाल, विधायक दीपक बैज, मलकीत सिंह गैदू, राहुल गांधी के प्रोफेशनल कांगे्रस अमिताभ दुबे, महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष फूलो देवी नेताम समेत बड़ी संख्या में कांग्रेसी मौजूद रहे।
आने वाले पांच साल बाद पद छोडऩे की सोच रहा हूं
नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने बातों ही बातों में अपनी इच्छा जाहिर करते हुए कहा कि इतनी उम्र हो गई है। सोच रहे हैं कि आने वाले पांच साल बाद पद को छोड़ दें।
विपक्ष में कैसे काम कर रहे हैं, हम जानते हैं
नेता प्रतिपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा की सरकार तानाशाह सरकार की तरह काम कर रही है। इसमें विपक्ष की कोई जगह नहीं। विपक्ष के तौर पर आवाज उठाते हैं, तो उनकी आवाज को दबाने के लिए कई फर्जी केस कर देते हैं। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष का उदाहारण देते हुए कहा कि उनकी संपत्ति की चार बार जांच हो चुकी है कुछ नहीं मिला तो अब सीबीआई को पीछे लगा दिया। विपक्ष में कैसे काम कर रहे हैं, हम ही जानते हैं।
शराबबंदी की दिशा में आगे बढेंगे
टीएस सिंहदेव ने पूछे सवाल के जवाब में कहा कि यदि कांग्रेस की सरकार बनती है, तो वे कभी शराब नहीं बेचेंगे। शराब बंदी की दिशा में आगे बढ़ेंगे। हालांकि उन्होंने साफ किया आदिवासी बाहुल इलाके के लिए जो नियम हैं, उन पर किसी तरह का दखल सरकार नहीं देगी। वहीं उन्होंने कहा कि इन दो दिनो में अब तक कई संगठनों से मिल चुके हैं जरूरी मुद्दों को घोषणा पत्र में जगह दी जाएगी।