हर साल बारिश के बाद 1 नवंबर से ही उद्यान खोला जाता है। इस साल कोरोना के बीच 1 नवंबर से पार्क खोला तो जाएगा लेकिन पूरी सावधानी के साथ। कोरोना से बचाव के पर्याप्त उपायों को जुटाने में कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान प्रबंधन ने तैयारी भी शुरू कर दी है। कांगेर घाटी के अंतर्गत आने वाले तीरथगढ़ जल प्रपात, कांगेर धारा, कोटमसर, कैलाश और दंडक गुफ के मनोरम नजारे सैलानी देख पाएंगे। कोरोना से जुड़े प्रोटोकाल का पालन करने के लिए जल्द ही वन विभाग एक दिशा-निर्देश भी जारी करेगा। जिसमें मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जैसी अनिवार्यता को शामिल किया जाएगा।