गौरतलब है कि अभी तक कांगेरघाटी राष्ट्रीय उद्यान में पर्यटकों को कोटमसर गुफा और कांगेर धारा के लिए जिप्सी सफारी उपलब्ध करा रहा था, अब पर्यटक कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में संचालित जिप्सी सफारी के माध्यम से न केवल कांगेर धारा एवं कोटमसर गुफा के साथ साथ आगामी सत्र से पर्यटक घाटी के कई अन्य जगहों का भ्रमण कर सकेंगे। कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान प्रबंधन इसके भ्रमण हेतु जिप्सी सफारी के संशोधित दर पर उपलब्ध कराया जा रहा है।
पर्यटकों के लिए होगा अलग अलग पैकेज
कांगेरघाटी देखने आने वाले सैलानियों के लिए उनके डिमांड पर यहां के स्थल भ्रमण का पैकेज निर्धारित दर पर उपलब्ध कराया जाएगा। जिसके तहत किसी भी पैकेज का का संशोधित दर अब 1800 रूपए है। साथ ही गाइड के लिए अब 300/- रूपए तथा अन्य शुल्क लागू होंगे। कैलाश गुफा, झील इस बार पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण होंगे।
जिप्सी में होंगे प्रशिक्षित गाइड
उद्यान में आने वाले पर्यटकों को जैवविविधता के सूक्ष्म जानकारी देने हेतु नए प्रयास भी किये जा रहे हैं। इसके तहत जिप्सी सफारी में अब प्रशिक्षित गाइड भी पर्यटक के साथ होंगे, जो आसपास की वन्य जीव जंतुओं और पेड़ पौधों अथवा वनस्पतियों की जानकारी देंगे। राष्ट्रीय उद्यान के आस-पास के ग्रामीण युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे।
कोटमसर गुफा व कांगेर धारा देख सकेंगे
पार्क संचालक धम्मशिल गनवीर ने बताया कि 15 अक्टूबर से पर्यटकों के लिए कांगेरघाटी के द्वार खोल दिये जायेंगे। अभी तक पर्यटक सिर्फ तीरथगढ़ ही देख पा रहे थे। 15 अक्टूबर से यहां संचालित होने वाले जिप्सी सफारी के माध्यम से पर्यटक अब कैलाश गुफा, कोटमसर गुफा, दंडक गुफा, झील जैसे स्थलों का भ्रमण कर जैवविविधता एवं प्राकृतिक सुंदरता देख पाएंगे।
कांगेरघाटी राष्ट्रीय उद्यान में आने वाले पर्यटकों को नए सत्र से घाटी के भीतर मौजूद प्राकृतिक सुंदरता का अलग ही रूप देखने मिलेगा। साथ ही स्थानीय युवाओ को रोजगार भी उपलब्ध होंगे।
– धम्मशील गनवीर, डायरेक्टर कांगेरघाटी नेशनल पार्क