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बस्तर के मजदूरों को आंध्रप्रदेश के ठेकेदार ने बनाया बंधक: न खाना दे रहे, न पैसे, भागकर आए मजदूर ने बताई आपबीती

locationजगदलपुरPublished: Mar 15, 2023 06:42:16 pm

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CG Desk

Bastar News: आंध्र प्रदेश में छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के 11 मजदूरों को बंधक बनाया गया है। बताया जा रहा है कि बंधक बनाए गए इन लोगों में से बस्तर जिले के 5 और बीजापुर जिले के 6 मजदूर शामिल हैं। बंधक बनाए गए इन मजदूरों से उनके मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए गए हैं।

बस्तर के मजदूरों को आंध्रप्रदेश के ठेकेदार ने बनाया बंधक

भागकर आए मजदूर ने बताई आपबीती

Bastar News: आंध्र प्रदेश में छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के 11 मजदूरों को बंधक बनाया गया है। बताया जा रहा है कि बंधक बनाए गए इन लोगों में से बस्तर जिले के 5 और बीजापुर जिले के 6 मजदूर शामिल हैं। बंधक बनाए गए इन मजदूरों से उनके मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए गए हैं।
इसके साथ ही बंधक बनाए गए मजदूरों की पिटाई भी की जा रही है। इन बंधकों को न तो खाना दिया जा रहा है और न ही उन्हें पैसे दिए जा रहे हैं। जब ये लोग ठेकेदार से घर जाने की बात कहते थे तो वह उन्हें प्रताड़ित करने लगता है। ठेकेदार द्वारा बंधक बनाए गए एक मजदूर भागकर आया। इस बंधक ने कलेक्टर से अपने साथियों को ठेकेदार के चंगुल से बचाने की गुहार लगाईं।
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जानकारी के अनुसार, सुखराम कमेटे नाम का मजदूर बस्तर जिले का निवासी है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि, कुछ दिन पूर्व बस्तर और बीजापुर जिले के 11 से अधिक ग्रामीण मजदूरी करने के लिए आंध्र प्रदेश जा रहे थे। इस दौरान भद्राचलम में उन्हें एक एजेंट मिला। उसने इन सभी लोगों को गुमराह किया और उन्हें अपने साथ विजयानगरम में एक ठेकेदार के पास ले गया। उसने उन्हें वहीं छोड़ दिया और खुद कहीं चला गया। इस ठेकेदार ने सभी मजदूरों को बिल्डिंग बनाने के काम में लगाया। वह इन मजदूरों से दिनभर काम करवाता था। उसे न ही समय से खाना दिया जाता था और न ही इन मजदूरों को पैसे दिए जा रहे थे।
फिर एक दिन जब उन मजदूरों ने काम छोड़कर घर लौटने का इरादा बनाया। इसलिए उन्होंने ठेकेदार से अपनी मजदूरी मांगी। इसके बाद उन्होंने घर जाने की बात कही। मगर ठेकेदार ने घर जाने से साफ़ इनकार कर दिया। इन सभी मजदूरों से उनके मोबाइल फोन छीन लिए गए। गरीब मजदूरों को बंधक बना लिया गया। आगे सुखराम ने बताया कि, हम सभी में से किसी एक का बाहर निकलना बहुत आवश्यक था। ताकि परिजनों को इसकी जानकारी दी जा सके। फिर सभी लोगों ने प्लान करके मुझे बाहर भेजने की योजना बनाई।
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कलेक्टर से की फ़रियाद
मजदूर सुखराम ने आगे बताया कि, एक दिन वह रात में वहां से भाग गया। फिर वह जंगल के रास्ते से होते हुए शहर तक आया। लिफ्ट मांगकर वह भद्राचलम तक पहुंचा। वहां से वह अपने घर बस्तर आया और घर वालों को इस घटना की पूरी जानकारी दी। अब सुखराम ने गांव के ग्रामीणों के साथ मिलकर कलेक्टर से बाकि लोगों को ठेकेदार के चंगुल से छुड़वाने की फ़रियाद की है।
अब इस मामले में अफसरों ने कहा कि, बहुत जल्द एक टीम बनाई जाएगी और विजयानगरम भेजी जाएगी। ठेकेदार द्वारा बंधक बनाए गए मजदूरों को उसके चंगुल से छुड़वाया जाएगा।

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