यहां उनके साथ गिनती के ही समर्थक मौजूद थे। इस दौरान न तो पूर्व सांसद दिनेश कश्यप, न पूर्व मंत्री केदार कश्यप न ही पूर्व विधायक संतोष बाफना उनके साथ नजर आए।यहां तक कि मंडल अध्यक्ष व युवा मोर्चा अध्यक्ष ने भी उनके साथ जाने की जहमत नहीं जुटाई।
एक ओर सत्ता में रहते हुए ज्ञापन सौंपने भी जाना होता था तो भाजपा कार्यालय से गाजे- बाजे व लग्जरी वाहनों के काफिले में चलने वाले नेता व उनके खास सिपहसालार भी बैदू के साथ नहीं खड़े हुए। नामांकन का फार्म खरीदकर बैदूराम जिला कार्यालय पहुंचे व यहां कुछ देर बाद सीधे दंतेवाड़ा रवाना हो गए। यहां विधायक भीमा मंडावी उनके साथ मां दंतेश्वरी के दर्शन के लिए पहुंचे थे।
जबकि बैदूराम 2003 से 2007 तक इस इलाके (तत्कालीन केशलूर) के विधायक रहे हैँ। इस बारे में चर्चा करने पर बैदूराम कश्यप ने कहा कि कोई नाराजगी नहीं है, व्यस्तता के चलते ऐसा हुआ होगा। वैसे मैँ खुद दिनेश कश्यप जी से मिला हूं, वे मेरे प्रचार करने सुकमा रवाना होने वाले हैं।