दीपक बैज ने अपने पिछले कार्यकाल में विधानसभा में लगातार मामले उठाए। इतना ही नहीं उन्होंने सदन में आक्रामकता से अपनी बातें भी रखीं।इन्हीं सब कारणों से उनकी प्रदेश स्तर के सभी नेताओं से काफी करीब सबंध बन गए।विधानसभा में जीत के बाद सीएम से मुलाकात कर टाटा प्रभावितों का पट्टा वापस दिलाना, लोहांडीगुड़ा में राहुल की सभा रखने और उसका सफल आयोजन करने का सीधा फायदा दीपक बैज को मिला।लोकसभा टिकट को लेकर पार्टी ने भले ही अंदरूनी रूप से कार्य किया लेकिन एक बात साफ थी कि पार्टी की पहली पसंद लखेश्वर बघेल थे।संगठन आखिरी तक उनको लोकसभा लड़ने के लिए मनाती रही लेकिन वे नहीं माने।