मामला महारानी अस्पताल के लेबर रूम का है। नेतानार की रहने वाली सनमति को 12 फरवरी की रात डेढ़ बजे चंपा प्रसव कराने अस्पताल लेकर आई थी। यहां स्टाफ नर्स व आया ने सनमती को लेबर रूम ले जाने के दौरान मितानिन चंपा को अंदर जाने से मना कर दिया था, जबकि सनमती मितानिन को अंदर आने के लिए उसका हाथ पकड़ी हुई थी। मितानिन ने आरोप लगाया था कि इस दौरान स्टाफ नर्स व आया ने उसका हाथ झटककर उसे धक्का मारते हुए बाहर निकाल दिया था। यही नहीं लेबर रूम में भीतर सनमती के साथ मारपीट भी की गई थी, जिसकी वजह से उसका बच्चा खत्म हो गया।
मितानिन ने लेबर रूम में मौजूद डॉक्टर, स्टाफ नर्स और आया को इसके लिए दोषी बताते हुए सोमवार को इसकी शिकायत करने मितानिनों ने कलक्टर को पत्र सौंपा था। जिसे गंभीरता से लेते हुए अपर कलक्टर हीरालाल नायक तत्काल मामले की जांच करने के एसडीएम को निर्देश दिए थे, लेकिन मामले की जांच पूरी होने से पूर्व ही सनमती का बयान मितानिन के आरोप को झूठा साबित कर रही है। अस्पताल पुलिस चौकी को दिए बयान में सनमती ने बताया कि लेबर रूम में उसके साथ किसी भी तरह की मार पिटाई की घटना नहीं हुई थी, जबकि डॉक्टर व अन्य स्टॉफ उससे अच्छे से पेश आए थे।