शिकायत करने पहुंचे विधायक मरकाम ने बताया कि बड़ेराजपुर व फरसगांव जनपद के अंतर्गत छात्रावास व आश्रम स्कूल भवनों में जीर्णोद्धार व मरम्मत के नाम पर 2.27 करोड़ के कार्यों की स्वीकृति कर इसमें भ्रष्टाचार किया गया है। उन्होंने कहा कि इस राशि में अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से यह संभव हो सका है। विधायक ने कहा है कि यदि समय रहते जांच नहीं होती है तो वे विधानसभा सत्र के दौरान मामला उठाकर कोर्ट में भी लेकर जाएंगे।
विधायक के शिकायती पत्र में लेख है कि दंतेवाड़ा जिले के गीदम के एक ठेकेदार के द्वारा काम कराया जाना बताया जा रहा है। ठेकेदार के द्वारा जिस फर्म के नाम से राशी जारी की गई है। उस फर्म का वाणिज्यक कर कार्यालय में पंजीयन ही नहीं हैं। ठेकेदार द्वारा प्रस्तुत बिल में फर्जी टिन नंबर को दर्शाया गया है। यही नहीं प्राक्कलन के अनुसार कार्य करने की जगह भवनों के छत में डामर की पोताई कराई गई। फर्जी बिल के माध्यम से लाखों रुपए की राशि का आहरण कर लिया गया है।