पहचान बदलकर वैक्सीन लगाना बहुत मुश्किल, इसलिए लूट की आशंका
कोरोना वैक्सीन को पहचान बदलकर लगाना नामुकिन है। वैक्सीन लगाने के पहले की इतनी औपचारिकताएं है कि दूसरे का वैक्सीन लगाना नामुनकिन है। ऐसे में नक्सलियों को उनकी पहचान बदलकर वैक्सीन लगाने का रास्ता खत्म हो चुका है। वहीं उनके बीच कोरोना की दहशत बनी हुई है। ऐसे में उनके सामने वैक्सीन की लूट के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। यह बात प्रशासन भी समझ रही है। इसे देखते हुए ही लूट की आशंका प्रशासन व पुलिस समझ रही है और अब पुलिस एक-चार के गार्ड के साथ कोरोना वैक्सीन वैन के साथ टीम जाएगी।
बारूद से लेकर राशन तक लूट कर चुके हैं नक्सली
नक्सली इससे पहले भी बस्तर में सुरक्षा बलों से मुठभेड़ में हथियार के अलावा रायपुर-जगदलपुर मार्ग पर बारूद से भरे ट्रक की लूट कर चुके हैं। वहीं अंदरूनी इलाकों में राशन की लूट की भी खबर समय समय पर आती रहती है। ऐसे में नक्सली अब वैक्सीन पर भी हमला बोल सकते हैं। इस तरह का डर स्वास्थ्य विभाग और जिला पुलिस को भी है।