कुछ इसी अंदाज में नेगडिय़ा टोल प्लाजा पर पूर्व विधायक, हार्दिक व अन्य समर्थकों ने टोलकर्मियों को डराया- धमकाया। टोलकर्मी कपिलदेव ने देलवाड़ा थाने में दी रिपोर्ट के मुताबिक समर्थकों ने कहा कि इन चार कारों का कोई टोल नहीं लगेगा और जाते हुए धमकाते गए कि कभी भी टोल मांगा तो पूरे टोल को उठाकर ले जाएंगे। जबरन कारें टोल शुल्क दिए बिना निकालीं और धमकी दी कि कुछ किया तो देख लेंगे।
पुलिस ने खंगाले सीसीटीवी फुटेज प्रकरण की जांच जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. विष्णुकांत के निर्देशन में शुरू हुई है। एसपी ने टोल प्लाजा पर चारों तरफ लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकलवाने का कार्य दिनभर करवाया। फुटेज के साथ देलवाड़ा थाने में हार्दिक के खिलाफ प्रकरण की भौतिक रिपोर्ट भी राज्य और गुजरात सरकार को भेज दी है।
11 मिनट रुकी कारें, 5 मिनट बहस फुटेज के मुताबिक करीब 11 मिनट तक चारों कारें कतारबद्ध खड़ी रहीं। पूर्व विधायक ने कार्ड दिखाकर टोल शुल्क नहीं देने की बात कही तो टोलकर्मी ने नियंत्रण कक्ष में सूचना दी। इस पर बात ही चल रही थी कि पीछे से तीन कारों में सवार समर्थक उतरे और बहस की।
हर कार से हटाया बेरियर पूर्व विधायक डांगी की कार सबसे आगे थी, जिसे बिना टोल शुल्क लिए निकलने दिया, मगर दूसरी कार के आगे बेरियर लगा दिया। तब समर्थक अन्य कारों को भी मुफ्त में जाने के लिए अड़ते हुए धमकाया। फिर भी टोल कार्मिक ने हर कार के आगे बेरियर लगाया, मगर दबंगई के चलते बिना टोल शुल्क लिए ही कारें निकल गईं।
फुटेज से तहकीकात बिना टोल शुल्क दिए पूर्व विधायक भी नहीं जा सकते। सीसीटीवी फुटेज निकलवा रहे हैं। इसके बाद जांच कार्रवाई आगे बढ़ेगी। डॉ. विष्णुकांत एसपी राजसमंद