इसबार मालवाहक नहीं सीधे एक्सप्रेस को नक्सलियों ने बनाया था निशाना
इस बार मालवाहक ट्रेन की जगह किरंदुल से ढाई बजे विशाखापटनम जाने वाली नाइट एक्सप्रेस को माओवादियों ने डिरेल करने की तैयारी कर रखी थी। लोको पायलट ने एक निश्चित समय पर स्लीपर को पटरी में देख रेल का ब्रेक लगा दिया जिससे स्लीपर में चढऩे से पहले ही ट्रेन रुक गई।
सुरक्षा कड़ी करने की आवश्यकता
ट्रेन के सही समय पर रूक जाने से किरंदुल विशाखापट्नम एक्सप्रेस डिरेल होने से बच गई जिससे यात्री बाल-बाल बच गए। भांसी-कामलूर के बीच खंम्भा नंबर 422 में इससे पहले भी ट्रेन को बेपटरी करने माओवादियों ने पेड़ और लोहे का एंगल लगाया था। लगातार यह इलाका माओवादियों के निशाने में है। इस इलाके में सुरक्षा कड़ी करने की आवश्यकता है।