गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को चित्रकोट वॉटर फॉल में एक महिला कूदकर अपनी जान दे दी। पिछले माह 14 अप्रैल को भी एक महिला का गिरकर मृत्यु हो गई थी। इसके अलावा नए वर्ष पर तीरथगढ़ वॉटर फॉल में भी गिरकर एक युवक की मृत्यु हो गई थी ।
सुरक्षा व्यवस्था का अभाव बस्तर के तीरथगढ़, चित्रकोट जलप्रपात की खूबसूरती को निहारने के लिए हर साल एक लाख से ज्यादा सैलानी यहां पहुंचते हैं। प्रसिद्ध चित्रकोट जलप्रपात के बहुत नजदीक जाने से रोकने अब तक कोई उपाय नहीं है, न ही कोई बाउंड्री या पक्का फेसिंग का काम नहीं हो पाया है।
तीरथगढ़ भी हुआ खतरनाक तीरथगढ़ जलप्रपात बस्तर में अपनी खूबसूरती और हरियाली से भरपूर जलप्रपात है जहां कई खंडो में नीचे उतरकर घूमने व वॉटर फॉल देखने का स्थान है। यहां भी बारिश के दौरान कई हादसे हो चुके हैं। ऐसे में बाहर से आये सैलानियों को यहां खतरे की जानकारी देने वाला कोई मौजूद नहीं रहता, इसके अलावा इस पूरे इलाके में ऐसा कोई बोर्ड भी नहीं लगाया गया था जिससे खतरे का अहसास हो सके। यहीं पर कुछ समय पहले पिकनिक मनाने आये डॉक्टर व रायपुर के इंजीनियरिंग कालेज के छात्र की मौत डूबने की वजह से हो चुकी है।