scriptकॉल रिकॉर्ड से Jagdalpur Child Trafficking मामले में नया खुलासा, गर्भ में ही होता था मासूम का सौदा, रैकेट ऐसे उठाता था फायदा | New disclosure in Jagdalpur Child Trafficking case from call records | Patrika News
जगदलपुर

कॉल रिकॉर्ड से Jagdalpur Child Trafficking मामले में नया खुलासा, गर्भ में ही होता था मासूम का सौदा, रैकेट ऐसे उठाता था फायदा

रैकेट ऐसी युवतियों की तलाश में रहता था जिन्हें पैसों की जरूरत होती थी। इसके अलावा ऐसी किशोरियों की तलाश में रहते थे, जो लोक-लाज के चलते बच्चे का गर्भपात कराने पहुंचती हैं।

जगदलपुरMar 20, 2020 / 11:57 am

Badal Dewangan

कॉल रिकॉर्ड से Jagdalpur Child Trafficking मामले में नया खुलासा, गर्भ में ही होता था मासूम का सौदा, रैकेट ऐसे उठाता था फायदा

कॉल रिकॉर्ड से Jagdalpur Child Trafficking मामले में नया खुलासा, गर्भ में ही होता था मासूम का सौदा, रैकेट ऐसे उठाता था फायदा

जगदलपुर. बच्चों की खरीद-फरोख्त का रैकेट चलाने वाले आरोपियों में से एक के कॉल रिकॉर्ड में इस बात का खुलासा हुआ है कि मासूमों का सौदा गर्भ में ही हो जाया करता था। एसआईटी ने इस कॉल रिकॉर्ड के माध्यम से इस बात की भी पुष्टि की है कि रैकेट ऐसी युवतियों की तलाश में रहता था जिन्हें पैसों की जरूरत होती थी। इसके अलावा ऐसी किशोरियों की तलाश में रहते थे, जो लोक-लाज के चलते बच्चे का गर्भपात कराने अस्पतालों में पहुंचती हैं। इसके बाद वे नि:संतान दंपतियों की भी तलाश करते थे। धरमपुरा अटल आवास निवासी सायना, रुखसार और उसकी मां आशिया बड़े ही सुनियोजित तरीके से इस रेकेट को चलाती थी। इन बातों का खुलासा पुलिस के हाथ लगे आशिया बेगम की वाइस रिकार्डिंग से हुआ है, जिसमें खुद आशिया बेगम अपने काले कारनामों को कच्चा चिटï्ठा खोल रही है।

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एसआईटी के पास और भी कई कॉल रिकॉर्ड
पत्रिका के स्टिंग करने के बाद यह वाइस रिकार्डिंग प्रार्थी से हाथ लगी है, जिसे पुलिस अधीक्षक एसपी दीपक कुमार झा को सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि वाइस रिकार्डिंग की जांच एसआईटी कर रही है। बातचीत के प्रत्येक बिंदु इस जांच को आगे गति देने में मददगार साबित होंगे।

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एसआईटी ने जांच में पाया- आशिया खुद करवाती थी डिलीवरी
एसआईटी प्रभारी एसडीओपी उदयन बेहार ने बताया है कि अब तक की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि रुख्खसार की मां आशिया बेगम पूर्व में अस्पताल में आया का काम करती थी। इसलिए उसे गर्भवती माताओं की डिलीवरी करवाना जानती है। आशिया ने भी इस बात को कबूला है, कि उसने अपने हाथों से गर्भवती माताओं की डिलीवरी कराई है। एसआईटी प्रभारी ने बताया कि इस गिरोह पर अन्य बच्चों की भी खरीद-फरोख्त करने बात सामने आ रही है। जांच टीम ऐसे बच्चों और उनके परिजन की तलाश में जुटी है, जिन्होंने हाल-फिलहाल ने बच्चे को जन्म देने के बाद इस गिरोह को बेच दिया था। इन बच्चों की सिलसिलेवार तलाश की जा रही है। जिसके लिए अन्य थाना प्रभारियों की भी मदद ली जा रही है।

रुखसार और सायना के पति से भी पूछताछ
एसआईटी रुखसार और सायना के पति को पूछताछ के लिए कोतवाली थाना लेकर आई थी। पुलिस को शक है कि रुखसार और सायना के इस रेकेट में उनके पति सहयोगी हैं। पति के बगैर जानकारी रुखसार और सायना का इस धंधे में शामिल होना पुलिस को भी हजम नहीं हो रहा है। इसलिए पुलिस इनके पति से भी लगातार पूछताछ कर रही है।

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