मर रही इंसानियत, चंद रुपए के लालच में नन्हीं जान का सौदा…. मां, बेटी, बहु मिलकर रहे थे काम, पुलिस ने ऐसे दबोचा
एसआईटी के पास और भी कई कॉल रिकॉर्ड
पत्रिका के स्टिंग करने के बाद यह वाइस रिकार्डिंग प्रार्थी से हाथ लगी है, जिसे पुलिस अधीक्षक एसपी दीपक कुमार झा को सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि वाइस रिकार्डिंग की जांच एसआईटी कर रही है। बातचीत के प्रत्येक बिंदु इस जांच को आगे गति देने में मददगार साबित होंगे।
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एसआईटी ने जांच में पाया- आशिया खुद करवाती थी डिलीवरी
एसआईटी प्रभारी एसडीओपी उदयन बेहार ने बताया है कि अब तक की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि रुख्खसार की मां आशिया बेगम पूर्व में अस्पताल में आया का काम करती थी। इसलिए उसे गर्भवती माताओं की डिलीवरी करवाना जानती है। आशिया ने भी इस बात को कबूला है, कि उसने अपने हाथों से गर्भवती माताओं की डिलीवरी कराई है। एसआईटी प्रभारी ने बताया कि इस गिरोह पर अन्य बच्चों की भी खरीद-फरोख्त करने बात सामने आ रही है। जांच टीम ऐसे बच्चों और उनके परिजन की तलाश में जुटी है, जिन्होंने हाल-फिलहाल ने बच्चे को जन्म देने के बाद इस गिरोह को बेच दिया था। इन बच्चों की सिलसिलेवार तलाश की जा रही है। जिसके लिए अन्य थाना प्रभारियों की भी मदद ली जा रही है।
रुखसार और सायना के पति से भी पूछताछ
एसआईटी रुखसार और सायना के पति को पूछताछ के लिए कोतवाली थाना लेकर आई थी। पुलिस को शक है कि रुखसार और सायना के इस रेकेट में उनके पति सहयोगी हैं। पति के बगैर जानकारी रुखसार और सायना का इस धंधे में शामिल होना पुलिस को भी हजम नहीं हो रहा है। इसलिए पुलिस इनके पति से भी लगातार पूछताछ कर रही है।