सभी 32 ब्लॉक में यह प्रशिक्षण चल रहा
बताया कि समूचे राज्य में यह सिर्फ बस्तर संभाग के 7 जिलों में संचालित हो रहा है वर्तमान में सभी 32 ब्लॉक में यह प्रशिक्षण चल रहा है। यहां पर मास्टर ट्रेनर के द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। आने वाले समय मे शिक्षा के क्षेत्र में बस्तर की भी एक अलग पहचान होगी इसकी सारा दारोमदार बस्तर संभाग के संकुल समन्वयको पर होगा। तीसरी से पांचवी के बच्चो की पहचान होगी रंगों से सरल कार्यक्रम के तहत दिए जा रहे प्रशिक्षण में कक्षा तीसरी से पांचवी के सभी बच्चे कहानी को समझ के साथ पढ़ सकंे, गणित में गुणा, भाग, घटाना की अवधारणा को समझ सके इस बात पर जोर दिया जा रहा है।
कक्षाओं में कमजोर बच्चे
अब इन कक्षाओं में कमजोर बच्चे लाल रंग के नाम से जाने जाएंगे। वहीं शब्द पढने वाले नीले कलर के रूप में अपनी पहचान कर पाएँगे जो बच्चे समझ के साथ कहानी पढ़ लेते हैं वे सभी हरे रंग में शामिल हो जायेंगे। अधिकारी ने किया संकुल समन्वयको के साथ भोजन सयुक्त संचालक ने जहां प्रशिक्षण की बारीकियों से रूबरू होने के बाद सीधे संकुल समन्वयकों के लिए बने भोजन का भी स्वाद लिया उन्होंने सभी को सरल कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पूरी इमानदारी के साथ कार्य करने की सलाह दी। इस योजना की सफलता आप लोगो के कार्य पर ही सम्भव है ।
समूचे राज्य में इसे लागू किया जाएगा
अभी तो यह बस्तर संभाग में लागू है आने वाले समय मे समूचे राज्य में इसे लागू किया जाएगा।इस अवसर पर परमेश्वर पाण्डेय, कमल किशोर दुबे, बीईओ अनिल दास, एबीईओ सुशील तिवारी, बीआरसी मनीष वर्मा, राजेन्द्र ठाकुर, चन्द्रविलास पाणिग्राही, शैलेन्द्र तिवारी, नेहरू सिंह ठाकुर, वीरेन्द्र कश्यप, मास्टर ट्रेनर नारायण लाल साहू, गिरधारी विश्वकर्मा, थेलेश झाड़ी के अलावा समस्त संकुल समन्वयक उपस्थित थे।