बालक बालिकाओ को मजदूरी कराने अपने साथ ले गये
सिटी कोतवाली थाना कोण्डागांव द्वारा पीडि़त बालिका सूपति सोरी की मां सैनी सोरी ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि माह सितम्बर-अक्टूबर 2018 में आरोपीगण 1. जयराम सलाम पिता सिलाराम निवासी गचुमकल मड़ानारए 2.उमेश कुमार मण्डावी पिता समलूराम निवासी गुटापारा, 3. जैतराम नेताम पिता मालू नेताम निवासी बागझर, व अन्य ने उसकी बेटी सुपति एवं क्षेत्र के अन्य बालक-बालिकाओं को बहला फुसला कर अधिक मजदूरी दिलाने का लालच देकर चेन्नई ले गए जहां उन्हें बंधक बनाकर काम लिया जा रहा था यहां तक कि बीमार रहने पर भी मजदूरी कराई जाती थी। तथा पुन: उक्त आरोपी धमकी देकर क्षेत्र से बालक बालिकाओ को मजदूरी कराने अपने साथ ले गये हैं।
पुलिस थाना फरसगांव को मुखबीर से सूचना मिली थी कि बादसाय नेताम पिता मुरहा निवासी देव हरदुली फरसगांव एवं रामसाय नेताम पिता हीरासिंह निवासी देवहरदुली फरसगांव क्षेत्र के 15 लोगों को जिनमें अधिकांश नाबालिग हैं, उन्हें बहला फुसलाकर एवं अधिक मजदूरी का झांसा देकर बंधक के रूप में कार्य कराने के उददेश्य से हैदराबाद ले जा रहे हैं। सूचना की तस्दीक करते हुए जिला पुलिस की विशेष टीम द्वारा सुनियोजित तरीके से घेराबंदी कर आरोपियों को पकड़ा गया तथा राज्य से बाहर ले जाये जा रहे बालक-बालिकाओं तथा अन्य बंधकों को रेस्क्यू किया गया। प्रकरण पर थाना फरसगांव में अपराध पंजीबध्द कर आरोपियों कों न्यायिक रिमाण्ड पर भेज दिया गया है।
सकुशल रेस्क्यू कर वापस लाया गया
कोण्डागावं पुलिस को गुम बालक.बालिका के पतासाजी के दौरान सीसीआरएस प्रोजेक्ट सेलम तमिलनाडू के काउंसलर वेद भटटाचार्य के माध्यम से छत्तीसगढ़ के बालक बालिकाओं के सेलम में होने की सूचना मिली जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुए पुलिस ने बालक बालिकाओ को उक्त स्थान से रेस्क्यु कर सुरक्षित घर लाने के उद्देश्य से जिला पुलिस कोण्डागांव, जिला बाल संरक्षण इकाई कोण्डागांव की संयुक्त रेस्क्यू टीम तैयार कर बंधकों को छुड़वाने के लिये सेलम टीम रवाना किया गया एवं बंधकों को छुड़वाया गया। पूरे अभियान में छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों के 42 बालिकाओं 28 बालक को सकुशल रेस्क्यू कर वापस लाया गया।