मालूम हो कि नगरनार थाने में आरोपी गुरवीर ने पुलिस के सामने पत्नी की संदिग्ध मौत होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पुलिस ने मामले को छानबीन में लिया। इसके बाद ओरापी का बयान हुआ।यहीं से उसने कहानी बनानी शुरू की और पुलिस को बताया कि 16 मार्च की रात दोनों के बीच विवाद के बाद रात लगभग 11 बजे उसकी पत्नी अनुप्रिया बेडरूम में दरवाजा बंद कर सो गई और वह दूसरे कमरे में सो गया।जब सुबह सवा 6 बजे जागा और पत्नी के रूम में गया तो दरवाजा बंद पाया।आवाज देने से नहीं जागने और दरवाजा नहीं खोलने पर पीछे की ओर जाकर खिड़की का जाली चीरकर दरवाजा खोला, देखा तो अनुप्रिया बेड के नीचे पड़ी थी।उसकी मौत हो चुकी थी। तब उसने मौत की जानकारी बीएचएम मेजर अंजनी कुमार चौबे को दी।
पुलिस ने इस बयान के उलट मामले की जांच शुरू की और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार किया।रिपोर्ट आते ही आरोपी से कड़ी पूछताछ की गई तब उसने अपने पिछले बयान के विपरित जाकर हत्या की बात कबूल ली। पत्रकार वार्ता में नगरनार टीआई एमन साहू, कोतवाली टीआई धनंजय सिन्हा मौजूद थे।
पुलिस ने शव के पंचनामा की कार्रवाई कर पीएम के लिए मेडिकल कॉलेज डिमरापाल भेजा था। पीएम रिपोर्ट 18 मार्च को प्राप्त हुई। रिपोर्ट में ‘थ्रोटलिंग होमोसाइडलÓ जिक्र था। इससे गला घोटकर हत्या करना साबित हुआ। नगरनार थाना प्रभारी एमन कुमार साहू ने बताया आरोपी के विरुद्ध धारा 302, 201 के तहत हत्या का मामला पंजीबद्ध किया है। प्रार्थी को न्यायालय में पेश किए जाने के बाद जेल दाखिल किया गया है।