अब बस्तर पुलिस इसी सफलता को देखते हुए दंतेवाड़ा जिले में 3 से 4 कैंप और खोलने की तैयारी में है। सुरक्षाबलों की इसी रणनीति को ध्यान में रखते हुए माओवादियों ने काउंटर रणनीति बना ली है और कैंप का विरोध करने के लिए ग्रामीणों को आगे करने लगे हैं। रविवार को कैंप खुलने की सुगबगुहाट के बीच ही 9 गांव के करीब एक हजार लोग दंतेवाड़ा जिले के कटेकल्याण के करीब स्थित टेटम गांव में जुटे और कैंप खोले जाने का विरोध किया।
ग्रामीणों के जमावड़े पर बस्तर आईजी पी. सुंदरराज और दंतेवाड़ा एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव का कहना है कि ग्रामीण माओवादियों के दबाव में आकर टेटम पहुंचे थे। माओवादी उनके प्रभाव वाले इलाके में फोर्स के मूवमेंट से बौखलाए हुए हैं।