इसी तहर की मनमानी करने पर होने पर राजनांदगांव में हुआ विवाद
कार चालकों से टोल प्लाजा में पूरे ९० रुपए वसूले जा रहे हैं। बस्तरवासि यों का कहना है कि यह धोखेबाजी है इसकी शिकायत की जाएगी। यदि नहीं माने तो टोल प्लाजा में उग्र आंदोलन भी किया जाएगा। मालूम हो कि इसी तरह की मनमानी से परेशान होकर राजनांदगांव में टोल प्लाजा में जमकर विवाद हुआ था और यहां के टोल को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। इसके बाद से अब तक यहां टैक्स वसूली शुरू नहीं हो सकी है।
राकेश मौर्य
पेशे से व्यापारी हूं। अक्सर खरीददारी के लिए रायपुर जाना-आना लगा रहता है। लगभग हर बार सुबह जाकर शाम तक वापसी हो जाती है। हर जगह टोल पर २४ घंटे के अंदर लौटने पर राहत मिलती है। लेकिन रायपुर-जगदलपुर मार्ग पर ऐसी व्यवस्था नहीं है। आदिवासी इलाका होने की वजह से यहां टोल की अनुमति और इसे लगाने पर भी सवाल उठता है। इस दिशा में पुलिस को भी ध्यान देना चाहिए। ताकि बस्तरवासियों का अधिकार न छीना जाए और उन्हें
राहत दी जाए।
सिर्फ कमर्शियल वाहनों को राहत
पत्रिका ने जब इस मामले में टोल प्लाजा के लोगों से बात की तो उन्होंने बताया कि नया टेंडर लागू हो गया है। अब लोगों को कोई राहत नहीं मिलेगी। स्थानीय में केवल कमर्शियल वाहनों से ही कम पैसे लिए जा रहे हैं। यह विभाग और उच्च अधिकारी का आदेश है।