राहुल गांधी ने सम्मेलन में टाटा इस्पात संयंत्र के लिए अधिग्रहित भूमि के प्रभावित 1707 किसानों को अधिग्रहित 1764.61 हेक्टयेर भूमि के दस्तावेज सौंपे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राज्य शासन के सभी मंत्री मौजूद थे।
सम्मेलन में बस्तर संभाग के 1 लाख 17 हजार 218 किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान की राशि 1 हजार 328 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया। इसके साथ ही 1 लाख 40 हजार 479 किसानों के 582 करोड़ रुपए के कर्जमाफी को अमली जामा पहनाया गया। राहुल ने कोण्डागांव में 105 करोड़ रुपए की लागत से प्रस्तावित मक्का प्रसंस्करण केन्द्र का भी शिलान्यास भी किया।
राहुल गांधी सम्मेलन में संभाग के 1834 हितग्राहियों को व्यक्तिगत वनाधिकार पत्र तथा 261 सामुदायिक वनाधिकार पत्र भी प्रदान किया। सम्मेलन में 21 करोड़ 75 लाख रुपए के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण किया गया।
इनमें 8 करोड़ 90 लाख रुपए की लागत से सुकमा और धुरागांव में स्थापित फूड पार्क, टेकनार और लखनपुरी में 6 करोड़ 75 लाख रुपए की लागत से स्थापित लघु उद्योग केन्द्र, 5 करोड़ 86 लाख रुपए की लागत से जगदलपुर में स्थापित प्लग टाइप वेजीटेबल सीडिलिंग प्रोडक्शन इकाई और 24 लाख रुपए की लागत से बस्तर और तोकापाल में स्थापित काजू प्रसंस्करण केन्द्र शामिल है।
लोहण्डीगुड़ा में डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से स्थापित किए जाने वाले लघु वनोपज प्रसंस्करण केन्द्र तथा 2 करोड़ 85 लाख रुपए की लागत से कांगेर नाला और उधीरनाला में बनाए जाने वाले 5 पुलों का भूमिपूजन भी किया गया।