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Naxali इनमें से कई युवाओं को नक्सल पंथ के साथ फिजिकल एक्सरसाइज भी सिखाई जा रही है। इसके साथ-साथ जूडो-कराते के भी गुर और कबड्डी, खो-खो और वॉलीबाल की स्पर्धाएं भी आयोजित की जा रही हैं।
नक्सली बदल रहे रणनीति
नक्सलियों का कोर इलाका जैसे-जैसे घट रहा है उससे नक्सलियों की चिंता भी बढ़ रही है। यही कारण है कि नक्सली अपनी रणनीति में भी लगातार बदलाव करते जा रहे है। बताया जाता है कि अब नक्सली स्कूली छात्रों को प्रशिक्षण देकर उन्हें अपने साथ जंगल मे ही नही रखते बल्कि कई लड़ाकों को स्कूल में आगे पढ़ने देते है और कुछ को गांवों में रखकर उनसे सिस्टम और पुलिस की निगरानी करवाते है।
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टीसीओसी की अवधि दिसम्बर तक बढ़ाई
पीएलजीए (PLGA) की स्थापना के बीस साल पूरे होने पर नक्सली टीसीओसी की अवधि 25 अप्रैल से बढ़ाकर 24 दिसम्बर तक कर दिए है। सूत्रों के मुताबिक नक्सलियों ने अपने दस्तावेजों में टीसीओसी की अवधि बढ़ाये जाने की बात भी कही है। बस्तर आईजी के मुताबिक नक्सली टीसीओसी को बढ़ाकर माइंड गेम खेल रहे है। वे पुलिस पर दबाव बनाना चाहते है पर पुलिस किसी भी दबाव में नही आने वाली है। पुलिस सतर्क है तथा नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी रहेंगे।