मुख्यमंत्री ने सुनी लोगों की समस्याएं : अपने प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्थानीय सर्किट हाऊस में देर-शाम तक विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों की समस्याएं सुनीं। उन्होंने माहरा समाज के प्रतिनिधियों से बातचीत की। पूर्वांचल समाज ने छठ पूजा के लिए घाट के विस्तार की मांग रखी। साथ ही छठ पूजा के लिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा प्रारंभ किये गए अवकाश के लिए आभार जताया। उरांव समाज द्वारा सामुदायिक भवन की भवन की मांग रखी। व्यापारी संघ के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान नगर में तोड़े गए दुकानों के स्थान पर उपलब्ध नई दुकानों के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया। व्यापारी संघ अध्यक्ष मनोज सुराना ने आंवराभाटा में रेल्वे अंडरब्रिज शीघ्र निर्माण करने की मांग रखी। मुख्यमंत्री ने व्यापारियों से व्यापार-व्यवसाय के संबंध में जानकारी ली। व्यापारियों ने बताया कि क्षेत्र में शांति की स्थापना के साथ ही विकास में तेजी आई है। बंगीय समाज ने किरंदुल में मंगल भवन की मांग की। जिस सपर मुख्यमंत्री ने भवन के साथ ही शेडयुक्त अतिरिक्त स्थान उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। मछुआ समाज के लिए सामुदायिक भवन की स्वीकृति भी मुख्यमंत्री ने दी। मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान पार्षदों ने पार्षद निधि व मानदेय बढ़ाने के लिए उनका आभार माना। मुख्यमंत्री ने गीदम नगर पंचायत मे स्टेडियम निर्माण, बचेली में विद्युत शवदाह गृह निर्माण, बारसूर में 50 बिस्तर हास्पिटल निर्माण की स्वीकृति दी। सरपंच संघ के प्रतिनिधियों ने भी मुख्यमंत्री से भेंट की। मुख्यमंत्री ने बचेली में हाऊसिंग बोर्ड की जमीमन में काबिज लोगों को अधिकार देने के लिए बोर्ड को निर्देश दिए। मूल बस्तरिया समाज की मांग पर मुख्यमंत्री ने फागुन मंडई में आने वाले देवी-देवताओं के ठहरने के लिए शेड निर्माण की मंजूरी दी। मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ नागरिकों को शाल श्रीफल से सम्मानित किया।
मेंडका डोबरा मैदान पर आयोजित आदिवासी सम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दन्तेवाड़ा बस स्टैंड के समीप सर्व आदिवासी समाज भवन निर्माण के लिए 50 लाख रुपए राशि देने की घोषणा की। साथ ही कहा कि जहां जन-जीवन अब सामान्य हो चुके हैं, उन अंदरूनी क्षेत्रों के स्कूल और आश्रमों को शहरों से वापस लाकर मूल गांवों में स्थापित किया जाएगा। दन्तेवाड़ा के पातररास में विभिन्न समाजों के लिए सामाजिक एकता परिसर निर्माण करने के लिए 5 करोड़ की राशि पहले ही स्वीकृति दी जा चुकी है।
मुस्लिम समाज द्वारा जमात खाना किब्रस्तान में पानी व शेड की मांग की गई, जिस पर मुख्यमंत्री ने सोलर पंप स्थापना और दंतेवाड़ा व बचेली में जमातखाना के लिए 20-20 लाख रुपए की घोषणा की। आदिवासी समाज सम्मेलन में मुख्यमंत्री को बांस और सियाड़ी के पत्ते से बना पारम्परिक ‘रेक’ भेंट किया गया। ज्ञात हो कि रेक जनजातीय उद्यमशीलता का प्रतीक है, जिसे बरसात में सर पर पहनकर बस्तर अंचल में खेती-किसानी का काम किया जाता है। इस मौके पर समाज की ओर से मुख्यमंत्री को विल-काड़ यानि तीर-धनुष और कैगोडेल यानि कुल्हाड़ी भी भेंट किए गए। इस कार्यक्रम में गोंड समाज, कोया कुटमा समाज, हल्बा समाज, धुरवा समाज, उरांव समाज, दोरला समाज और कंवर समाज सहित अन्य आदिवासी समाज के प्रतिनिधि उपस्थित थे।