इस बार इस बार का करवा चौथ कई मायनों में खास है। ज्योतिषियों के अनुसार करवा चौथ पर विशेष योग बनने के कारण और भी फलदाई होगा। 70 साल बाद करवा चौथ पर विशेष योग बन रहा है। इस बार रोहिणी नक्षत्र के साथ मंगल का योग होना ज्यादा मंगलकारी बना रहा है। ज्योतिषियों के अनुसार रोहिणी नक्षत्र और चन्द्रमा में रोहिणी का योग होने से मार्कण्डेय और सत्याभामा योग इस करवाचौथ पर बन रहा है।
करवा चौथ में सरगी खाने का शुभ मुहूर्त
चतुर्थी तिथि गुरुवार को सुबह 6 बजकर 49 मिनट में शुरू होगी। इससे पहले महिलाओं को सरगी खानी होगी। चांद निकलने का समय शाम 6.41 बजे है।
करवा चौथ का व्रत का सुबह 6.49 बजे से शाम 6 बजकर 41 मिनट तक रहेगा। करवा चौथ का व्रत कठोर होता है और इसे अन्न और जल ग्रहण किए बिना ही सूर्योदय से रात में चन्द्रमा के दर्शन तक किया जाता है।
चतुर्थी तिथि गुरुवार को सुबह 6 बजकर 49 मिनट में शुरू होगी। इससे पहले महिलाओं को सरगी खानी होगी। चांद निकलने का समय शाम 6.41 बजे है।
करवा चौथ का व्रत का सुबह 6.49 बजे से शाम 6 बजकर 41 मिनट तक रहेगा। करवा चौथ का व्रत कठोर होता है और इसे अन्न और जल ग्रहण किए बिना ही सूर्योदय से रात में चन्द्रमा के दर्शन तक किया जाता है।