इस साल विवि को मिले रिकॉर्ड आवेदन
विवि से संबद्ध कॉलेजों और अध्ययनशालाओं में पीजी की ३४६७ और यूजी की १४७८९ सीटें हैं। इस बार इन सीटों पर विवि को ६० हजार के करीब आवेदन प्राप्त हुए हैं। विवि में इतने बड़े पैमाने पर आवेदन पहले नहीं मिले हैं। हालांकि यह आंकड़ा इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि एक ही छात्र ने अलग-अलग कोर्स के लिए आवेदन किया है और जिस कोर्स में उसका नाम पहले आता है या वह कोर्स उसके सबसे ज्यादा इंट्रेस्ट का होता है तो वह उसमें एडमिशन ले लेता है।
विवि से संबद्ध कॉलेजों और अध्ययनशालाओं में पीजी की ३४६७ और यूजी की १४७८९ सीटें हैं। इस बार इन सीटों पर विवि को ६० हजार के करीब आवेदन प्राप्त हुए हैं। विवि में इतने बड़े पैमाने पर आवेदन पहले नहीं मिले हैं। हालांकि यह आंकड़ा इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि एक ही छात्र ने अलग-अलग कोर्स के लिए आवेदन किया है और जिस कोर्स में उसका नाम पहले आता है या वह कोर्स उसके सबसे ज्यादा इंट्रेस्ट का होता है तो वह उसमें एडमिशन ले लेता है।
ट्राइबल आर्ट और जर्नलिज्म में प्रक्रिया जारी
विवि में पिछले साल शुरू किए गए पीजी डिप्लोमा इन ट्राइबल आर्ट और पीजी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन की सीटें अभी खाली हैं। ऐसे में छात्र तीसरे चरण में भी इन दोनों कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैंं। इन कोर्स को यहां शुरू करने का उद्देश्य यही है कि छात्र बाहर जाकर पढ़ाई करने को मजबूर ना हों और उन्हें यहीं पढ़ाई करने का मौका मिल जाए। अगर छात्र बाहर जाकर पढ़ाई करते हैं तो उन्हें अतिरिक्त आर्थिक व्यय उठाना पड़ता है।
विवि में पिछले साल शुरू किए गए पीजी डिप्लोमा इन ट्राइबल आर्ट और पीजी डिप्लोमा इन जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन की सीटें अभी खाली हैं। ऐसे में छात्र तीसरे चरण में भी इन दोनों कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैंं। इन कोर्स को यहां शुरू करने का उद्देश्य यही है कि छात्र बाहर जाकर पढ़ाई करने को मजबूर ना हों और उन्हें यहीं पढ़ाई करने का मौका मिल जाए। अगर छात्र बाहर जाकर पढ़ाई करते हैं तो उन्हें अतिरिक्त आर्थिक व्यय उठाना पड़ता है।