कचरे के लिए डस्टबीन का इस्तेमाल
छात्र छात्राओं ने प्लास्टिक की थैलियों को और कचरे को डस्टबिन में डाला। साथ ही आसपास के लोगों से अपील करते हुए कहा है कि पर्यावरण की सुरक्षा के लिए प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करें। छात्राओं ने स्कूल गेट के समीप कचरा नहीं फेकने और कचरे के लिए डस्टबीन का इस्तेमाल करने कहा।
सार्वजनिक स्थलों पर कचरा बिल्कुल न फेंके
खुले में पड़े कचरे से प्लास्टिक को खाकर मवेशी बीमार पड़ते हैं, जिससे उनकी मौत भी हो सकती है। खुले में कचरा इकट्ठा होने से गंदगी और दुर्गंध होती है, साथ ही कई बीमारियों को भी जन्म देती हैं। इसलिए कचरे के लिए डस्टबीन का इस्तेमाल करें और सार्वजनिक स्थलों पर कचरा बिल्कुल न फेंके।
इस अभियान के तहत सभी ने स्वस्वर्णिम भारत की शपथ दोहराई
1. हम अपने देश के संविधान में विश्वास रखते हुए अपने मौलिक अधिकारों और सदैव देश के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे।2. हम देश हित को सदैव निजी हित से ऊपर रखते हुए कार्य करेंगे।
3. हम अपने गांव व शहर को प्लास्टिक मुक्त रखते हुए प्रकृति का सम्मान करेंगे।
4. प्रदूषण से दूर रहकर पर्यावरण को संरक्षित करने क्षेत्र को हरियाली युक्त रखेंगे।
5. हम पत्रिका के इस महाअभियान के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करते हैं।