प्रसंस्करण से हुआ वैल्यू एडिशन प्रसंस्करण केन्द्र के माध्यम से महिला स्व-सहायता समूहों को प्रशिक्षण उपरांत इमली प्रोसेसिंग का कार्य कराया जा रहा है। वर्तमान में जिले के 05 प्रसंस्करण केन्द्रों में संलग्न 75 महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा कुल 22000 क्विंटल इमली का प्रसंस्करण कर 11000 क्विटल फूल इमली निर्मित किया जा चुका है। फूल इमली से चपाती इमली, इमली सॉस एवं अन्य खाद्य उत्पाद निर्माण से वनोपज का मूल्य वर्धन कर विक्रय जा रहा है। प्रसंस्करण कार्य में संलग्न स्व-सहायता समूहों को 146.25 लाख रूपये का आर्थिक लाभ प्राप्त हुआ है।
इमली की प्रोसेसिंग व पैकेजिंग से कमा रही आमदनी महिला स्व-सहायता समूहों के सदस्यों द्वारा निर्मित फूल इमली यानि बीज रहित इमली, चपाती इमली, इमली सॉस आदि की मार्केटिंग राज्य स्तर पर छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ अधिकृत छत्तीसगढ़ हर्बल ब्रांडिंग के माध्यम से किया जा रहा है। इसके विक्रय के लिए स्थानीय संजीवनी मार्ट, एनडब्ल्यूएफपी मार्ट व आन्ध्रप्रदेश, तेलंगाना, उड़ीसा राज्य के व्यापारियों के माध्यम से भी इसकी बिक्री हो रही है। इमली संग्रहण, प्रसंस्करण व मार्केटिंग की बेहतर व्यवस्था से जिले के इमली संग्राहको को आर्थिक लाभ एवं महिलाओं को सतत् रोजगार प्राप्त हो रहा है, जिससे उनका जीवन खुशहाल हुआ है।