जगदलपुर

रिश्वतखोरी व लापरवाही के साथ साथ इस तहसीलदार पर अब लगने लगे थे ये आरोप भी, हुआ निलंबित

लापरवाही व रिश्वतखोरी के आरोप में तहसीलदार धृतलहरे निलंबित

जगदलपुरDec 24, 2018 / 12:30 pm

Badal Dewangan

रिश्वतखोरी व लापरवाही के साथ साथ इस तहसीलदार पर अब लगने लगे थे ये आरोप भी, हुआ निलंबित

जगदलपुर. कमिश्नर धनंजय देवांगन ने तहसीलदार सुंदरलाल धृतलहरे को काम के प्रति लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया है। जारी निलंबन आदेश में निलंबन अवधि के लिए उनका मुख्यालय भी दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा निर्धारित किया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार तहसीलदार धृतलहरे पर सरकारी कामकाज से जुड़ी फाइलों को रिश्वतखोरी के लिए लंबित रखने और दीपावली के दौरान फ टाखा व्यापारियों से जबरिया वसूली का भी आरोप था। उनकी काफ ी शिकायतें कमिश्नर को लगातार मिल रही थीं। विधानसभा चुनाव के कारण कार्रवाई लंबित थी, जबकि जांच काफ ी पहले पूरी हो चुकी थी। निलंबन के बाद विभागीय जांच शुरू करने का भी आदेश कमिश्नर दिलीप वासनीकर ने जारी किया है। धृतलहरे के स्थान पर जिला कार्यालय में पदस्थ प्रशिक्षु आईएएस चंद्रकांत वर्मा को अस्थाई रूप से तहसीलदार को प्रभार सौंपा गया है।
विधानसभा चुनाव में अच्छे काम का परिणाम उप जिला निर्वाचन अधिकारी गोकुलराम रावटे को मिला है। कलेक्टर डॉ अय्याज तंबोली ने रावटे को उप जिला निर्वाचन अधिकारी के साथ ही साथ अनुविभागीय अधिकारी राजस्व जगदलपुर एसडीएम को भी प्रभार सौंप दिया है। अफ सरों के बीच कार्य विभाजन में और दो तीन अधिकारी प्रभावित हुए हैं। जिला कार्यालय में डिप्टी कलेक्टर दीप्ति गौते को बस्तर का एसडीएम बनाते हुए बस्तर एसडीएम लवीना पांडे को गौते के स्थान पर कलेक्टोरेट लाया गया है।
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