कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बस्तर कलेक्टर रजत बंसल ने अपने उदबोधन में कहा कि कोविड के दौरान देखा गया कि 7 जिलों के अलावा ओडिसा व तेलंगाना की ओर से आये मरीजों के इलाज में डॉक्टरों के साथ ही स्टूडेंट्स द्वारा अपनी पूरी मेहनत और लगन के साथ काम किया, अक्सर देखा जाता है कि हमारे दिमाग मे जो चलता है उसमें हम हमेशा हीरो रहते है, लेकिन दूसरे के दिमाग मे हमारा रोल हमेशा विलेन का रहता है, उसका सबसे बड़ा कारण है कि जब जीवन मे बड़ी चुनौती आती है उस समय हम किस प्रकार से उसे संभालते है, जैसे किसी के इलाज के दौरान कोई गाली गलौज के अलावा दुर्व्यवहार किया जाता है, तो उसे कैसे संभालते है उससे सेवा भाव का पता चलता है, अब तो यह भी देखा जा रहा है रायपुर के बाद मेकाज में एमबीबीएस के लिए बच्चे रुचि ले रहे है, वही अधीक्षक डॉ टीकू सिन्हा का कहना है कि 2006 में इस मेडिकल कॉलेज का उदघाटन हुआ था, यह पहला मौका है कि जब 2016 बैच का शपत ग्रहण समारोह किया जा रहा है, इस शुरुआत के साथ ही अब यह निरतंर चलता रहेगा, 2016 बैच के बच्चो पर गर्व हो रहा है।
क्योंकि इन बच्चो ने कोविड में जी जान लगाकर सेवा की, ये हमारे सच्चे सिपाही है, कोविड में भी रिकवरी रेट अच्छा था।