शहर से दूर मेडिकल कॉलेज में इंतजाम
अगर कोई बच्चा जगदलपुर शहर डॉक्टरों ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के चाइल्ड वार्ड Child ward में इस बीमारी से लडऩे की पूरी व्यवस्था है। दवाई से लेकर आवश्यक संसाधन भी उपलब्ध है। चाइल्ड वार्ड में 66 बेड के अलावा एसएनसीयू में 36 बेड है। साथ ही यहां पर 8 वेंटीलेटर भी मौजूद है। जापानी बुखार मई-जून में ज्यादा होता है। इन दिनों बच्चों में होने वाले साधारण बुखार की भी डॉक्टर से जांच करवाएं। दो-तीन दिनों तक बुखार नहीं उतरने पर तत्काल बच्चे को हॉस्पिटल में भर्ती करें।
जानिए क्या कह रहे स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार
बच्चे की हालत ज्यादा बिगडऩे पर
मेकॉज के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अनुरूप साहू ने बताया कि, जापानी बुखार की वजह से चार साल के बच्चे की मौत हुई है। बच्चे की हालत ज्यादा बिगडऩे पर उसे भर्ती किया गया था। इससे उसकी मौत हो गई। जिन बच्चों में भी इस प्रकार के लक्षण मिल रहे हैं, उनका तत्काल इलाज शुरू किया जा रहा है।